गाजीपुर में रविवार को शिक्षक की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पीड़ित पक्ष ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें धारा 302 की जगह धारा 304 की एफआईआर दर्ज की गई थी। जिसको लेकर आक्रोशित लोगों ने मृतक का शव एसपी आवास के बाहर रखकर विरोध जताया।
मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों ने किसी तरह मामला शांत कराया। एफआईआर की धारा में परिवर्तन और तीन सदस्यीय पैनन के माध्यम से जांच कराने का आश्वासन दिया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया।आज पुलिस अधीक्षक ने एक्शन लेते हुए थानाध्यक्ष कौशलेंद्र प्रताप सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।
छोटी-छोटी बातों पर होती थी लड़ाई
मामला गाजीपुर के जमुआंव का है। यहां के अखिलेश दुबे और विजय शंकर जायसवाल का घर आस-पास है। छोटी-छोटी बातों को लेकर हमेशा दोनों में झगड़ा होता है। रविवार को अखिलेश दरवाजे पर पड़ी गोबर की खाद खेत में डालने के लिए ट्रैक्टर बुलाया था।
फिलहाल मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी पीआरओ ने बताया कि इस मामले में थानाध्यक्ष द्वारा की गई लापरवाही के चलते उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।