Type Here to Get Search Results !

Recent Gedgets

Trending News

ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना के सोनवल, घाट स्टेशन के विद्युतीकरण का काम पकड़ा गति

ताड़ीघाट-मऊ रेल परियोजना के तहत निर्माणाधीन सोनवल और घाट स्टेशन यार्ड परिसर में विद्युतीकरण का कार्य शुरू हो गया है। इस परियोजना के पहले चरण में चौदह किमी कार्य होना है। 14 करोड़ की लागत से पोल लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। दो-तीन दिन में काम पूरा कर लिया जाएगा।


अब तक 14 पोल खड़े किए जा चुके हैं। कुल 25 जोड़ा ओएचई पोल लगाया जाना है। आने वाले दिनों में विद्युतीकरण के लिए गाजीपुर-बलिया रूट पर कुछ घंटे का ब्लाक भी लिया जा सकता है। इस दौरान ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हो सकता है। ऐसे ही घाट स्टेशन यार्ड में विद्युतीकरण का कार्य आगामी 25 जुलाई तक कर लेना है। वहीं, सोनवल से सिटी स्टेशन और घाट की ओर जाने वाली नई लाइनों पर सिंगल मास्ट लगाया जाएगा। इसके लिए फाउंडेशन बनाने का कार्य जारी है। 

प्रिय पाठक कृपया फेसबुक पेज को लिंक करें: https://www.facebook.com/updildarnagar

घाट पर करीब 1200 मीटर लंबा नया स्टेशन ( यार्ड) और 600 मीटर लंबे प्लेटफार्म का काम इस साल के अंत तक पूरा कर लिया जाना है। इसके लिए स्टेशन यार्ड परिसर में करीब चार किमी नई रेल लाइन बिछाने का काम तेजी से चल रहा है। सोनवल में बन रहे नये रेलवे स्टेशन के यार्ड परिसर में विद्युतीकरण का 75 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। शेष 25 फीसदी कार्य में ओएचई वायर, हाईमास्ट लाइट आदि का कार्य पूरा करना है। 

रेलवे के इलेक्ट्रिक विभाग के अनुसार करीब 25 लाख कि लागत से 21 - 21 मीटर ऊंची पांच हाईमास्ट लाइट भी लगाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने कि उम्मीद है ताकि स्टेशन पर प्रकाश की समुचित व्यवस्था हो सके। इसके लिए करीब चौदह लाख की लागत से तीन हाईमास्ट लाइट सोनवल और नौ लाख की लागत से दो हाईमास्ट लाइट घाट स्टेशन पर लगाया जाना प्रस्तावित है। अगले सप्ताह तक विद्युतीकरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। 

इसके लिए काम काफी तेज गति से चल रहा है। बनारसी यादव, उप प्रबंधक इलेक्ट्रिक विभाग, आरवीएनएल सोनवल में निर्माणाधीन स्टेशन में अधिकारियों के लिए करीब 30 लाख की लागत से दो इमारतों का निर्माण हो रहा है। जिसमें टाइप थ्री करीब-करीब बनकर तैयार है। वहीं टाइप टू का निर्माण भी अंतिम दौर में है। ऐसे ही स्टेशन के मुख्य इमारत में बुकिंग हाल, रिले रूम, आईपीएस रूम, बैट्री रूम, पैनल रूम, प्रतिक्षालय, टिकट विंडो आदि का 90 फीसदी काम हो गया है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.