संभल जिले के विकास खंड संभल के प्राथमिक जूनियर हाईस्कूल शहजादी सराय में गुरु, शिष्या के रिश्ते को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। स्कूल में तैनात शिक्षामित्र ने कक्षा चार की छात्रा को क्लास रूम में बंद कर उससे छेड़छाड़ की। छात्रा को ड्रेस देने का लालच देने के साथ ही मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। किसी तरह छात्रा शिक्षामित्र के चंगुल से छूटकर घर पहुंची और घटना की जानकारी दी। पिता ने शिक्षामित्र से पूछा तो उसने धमका दिया। छात्रा के पिता की तहरीर पर पुलिस ने शिक्षामित्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। खंड शिक्षा अधिकारी ने शिक्षामित्र की सेवा समाप्ति के लिए बीएसए को रिपोर्ट भेज दी है।
संभल के एक गांव निवासी ग्रामीण की बेटी प्राथमिक जूनियर हाईस्कूल शहजादी सराय में कक्षा चार की छात्रा है। इसी स्कूल में गांव चिमियावली निवासी हरपाल सिंह शिक्षामित्र है। आरोप है कि 16 जुलाई को छात्रा स्कूल पहुंची। दोपहर साढ़े बारह बजे छुट्टी के समय शिक्षामित्र ने छात्रा से कहा कि घर पर बैग रखकर वापस आना, कुछ काम है। छात्रा घर पर बैग रखने के बाद स्कूल पहुंची। तब शिक्षामित्र छात्रा को कक्षा कक्ष में ले गया। खिड़की-दरवाजे बंद करके छात्रा को बुरी नीयत से दबोच कर छेड़छाड़ करने लगा। शिक्षामित्र की हरकत देखकर छात्रा डर कर रोने लगी।
आरोप है कि शिक्षामित्र ने छात्रा को लालच दिया कि वह उसे स्कूल की ड्रेस देगा और भी बहुत कुछ देगा। बोला, तेरे मां-बाप गरीब है तुझे कुछ नहीं दे सकते। किसी से कुछ बताया तो जान से मार दूंगा। इस बीच छात्रा बमुश्किल किसी तरह शिक्षामित्र के चंगुल से छूटकर स्कूल से भागकर घर पहुंची। छात्रा ने रोते-बिलखते हुए परिजनों को घटना की जानकारी दी। तब छात्रा के पिता ने स्कूल पहुंचकर शिक्षामित्र से घटना के बारे में पूछा तो उसे भी डराया-धमकाया। पिता ने छात्रा से हुई घटना की तहरीर कोतवाली पुलिस को दी। पुलिस ने मामले में शिक्षामित्र हरपाल सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। देर रात आरोपी शिक्षा मित्र को कोतवाली पुलिस ने वाजिदपुरम के निकट से गिरफ्तार कर लिया।
शिक्षामित्र और स्टाफ ने बताया समझौते का दबाव
शिक्षामित्र द्वारा छात्रा से छेड़छाड़ की घटना के बाद से ही समझौते के प्रयास शुरू हो गए। छात्रा के पिता का आरोप है कि घटना के बाद से शिक्षामित्र और स्कूल के अन्य शिक्षकों ने उस पर समझौता करने का दबाव बनाया। कहा जा रहा है कि विभाग से जुड़े कुछ लोग भी समझौता कराने का प्रयास करने लगे। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि घटना 16 जुलाई को हुई थी तो दो दिन बीत जाने पर भी शिक्षा विभाग ने शिक्षामित्र के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की? जब सोमवार को छात्रा के पिता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दे दी, तब जाकर शिक्षा विभाग हरकत में आया और शिक्षामित्र के खिलाफ कार्रवाई के लिए कदम उठाये।
शिक्षामित्र हुआ गिरफ्तार, सेवा होगी समाप्त
संभल। छात्रा के पिता ने जब सोमवार को शिक्षामित्र के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपी शिक्षा मित्र की तलाश शुरू कर दी। कोतवाल ओमकार सिंह ने बताया कि शिक्षा मित्र हरपाल सिंह को वाजिदपुरम के पास से उस समय गिरफ्तार कर लिया जबकि वह फरार होने का प्रयास कर रहा था। वहीं एफआईआर दर्ज होने के साथ ही शिक्षा विभाग कार्रवाई के मूड में आया। खंड शिक्षा अधिकारी संभल बबीता सिंह ने शिक्षामित्र की सेवा समाप्ति के लिए बीएसए को रिपोर्ट भेज दी है। यहां भी सवाल खड़ा होता है कि जब बीआरसी केंद्र संभल परिसर में ही स्कूल संचालित होता है और मामला पिछले दो दिनों से चल रहा है तो फिर शिक्षामित्र के खिलाफ तुरंत कार्रवाई अमल में क्यों नहीं लाई गई।