सावन का महीना भगवान शंकर को अतिप्रिय है। मान्यता है कि सावन मास में विधिवत पूजा व सोमवार व्रत रखने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
भगवान शिव की कृपा से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होने की भी मान्यता है। इस साल सावन का पवित्र महीना 14 जुलाई से आरंभ हो रहा है और 12 अगस्त तक रहेगा। शास्त्रों के अनुसार, सावन मास में कुछ बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। सावन महीने में कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए। आप भी जान लें-
- 1. सावन मास में बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। बैंगन को अशुद्ध सब्जी माना जाता है। यही वजह है कि लोग द्वादशी और चतुर्दशी के दिन बैंगन से परहेज करते हैं।
- 2. सावन में शिवलिंग का दूध से जलाभिषेक करना अत्यंत शुभ माना गया है। यही कारण है कि इस महीने दूध पीने से बचना चाहिए।
- 3. भगवान शिव की पूजा के दौरान कुछ खास चीजों को अर्पित करने से बचना चाहिए। शिवलिंग पर हल्दी और सिंदूर आदि नहीं चढ़ाना चाहिए। भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग और धतूरा अतिप्रिय है।
- 4. सावन महीने में किसी का अपमान न करें। वाद-विवाद से बचना चाहिए और वाणी पर संयम बरतना चाहिए।
- 5. सावन महीने में द्वार पर आए गाय या बैल को मारकर न भगाएं। ऐसे पशुओं को खाने के लिए कुछ जरूर दें। बैल को मारना भगवान शिव की सवारी नंदी के अपमान के समान माना गया है।
- 6. सावन महीने में शरीर पर तेल लगाने से बचना चाहिए। इस महीने शरीर पर तेल लगाना अशुभ माना गया है।
- 7. भगवान शिव को पूजा के दौरान केतकी का फूल अर्पित नहीं करना चाहिए।
- 8. इस महीने दिन में सोने से बचना चाहिए।