प्रदेश में रहने वालों को अब बिजली बिल के लिए अपनी जेब ज्यादा ढीली नहीं करनी पड़ेगी। दरअसल, यूपी सरकार ने गांव और शहरों के लिए नए स्लैब रेट की घोषणा की है। नए दरों के लागू होने से प्रति यूनिट 7 रुपये का स्लैब भी अब खत्म हो गया है। शहरी उपभोक्ताओं को इससे खासी राहत मिलेगी। इस ऐलान के बाद गाजीपुर के लोगों ने भी खुशी जाहिर की है।
व्यवसायी राजनारायण राय ने कहा कि चुनाव के समय बिल माफ करने के वादे को भी सरकार अमल में लाए। बिजली दरें न बढ़ाने से फिलहाल लोगों को महंगाई से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। शिक्षक नेता चंद्रिका यादव ने बताया कि बिजली दरें कम करने से किसानों को लाभ तो जरूर पहुंचेगा। लेकिन शायद सरकार चुनाव के दौरान किसानों के बिल माफ करने का वादा भूल चुकी है।
सोमनाथ बोले-मध्यम वर्गीय लोगों की जेब पर पड़ेगा कम बोझ
सोमनाथ ने कहा कि बिजली दरों में बढ़ोतरी न होने से मध्यम वर्गीय लोगों की जेब पर कम बोझ पड़ेगा। महंगाई को देखते हुए सरकार का यह ऐलान लोगों के लिए राहत भरा है। सोनू राय ने सरकार के ऐलान की तारीफ की। कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार आम लोगों, किसानों की बेहतरी के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही हैं। बिजली की दरें न बढ़ाना जनहित में स्वागत योग्य है।
विजय ने सरकार की घोषणा को जनहित में बताया
विजय कुशवाहा ने बिजली बिल में सरकार द्वारा दी जा रही राहत को जनहित में अच्छा बताया। उन्होंने चुनाव के समय बिल माफ करने के वादे को लागू करने की मांग उठाई। ग्रामीण महेश कुशवाहा ने कहा कि बिजली बिल में राहत देना किसानों के लिए फायदेमंद होगा। महंगाई में डीजल खरीद कर सिंचाई करना काफी मुश्किल हो चुका है। सरकार को किसानों की बिजली मुफ्त करने के वादे को भी पूरा करना चाहिए।
सरकार की ओर से जारी की गईं बिजली की नई दरें
सरकार द्वारा जारी की गई नई दरों के मुताबिक शहरी उपभोक्ताओं के लिए शून्य से 100 यूनिट तक ₹5.50 प्रति यूनिट। 101 से 150 यूनिट तक ₹5.50 प्रति यूनिट। 151 से 300 यूनिट तक प्रति यूनिट ₹6.00 और 300 यूनिट के ऊपर ₹6.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से दरें निर्धारित की गई हैं।