रोडवेज की बस से सफर करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। उनके इंतजार की घड़ियां अब खत्म होने वाली है। जल्द ही गाजीपुर डिपो को दो नई बसें मिलने वाली हैं। प्रदूषण रहित इन बसों का संचालन आजमगढ़ से एक्सप्रेस-वे होते हुए लखनऊ के लिए किया जाएगा। इसके लिए हाल ही में डिपो के दो चालकों एवं एक मैकेनिक को प्रशिक्षित किया गया है। इन बसों के मिलने के बाद यात्री एक्सप्रेस-वे पर इन आधुनिक बसों की यात्रा का आनंद उठाएंगे।
राज्य सड़क परिवहन निगम के गाजीपुर डिपो के बेड़े में वर्तमान में 75 बसें हैं। इनमें से 68 का संचालन किया जा रहा है। यहां से विभिन्न महानगरों दिल्ली, मथुरा, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, गोरखपुर एवं वाराणसी के लिए बसें चलाई जा रही है। इसके साथ ही आसपास के अन्य जिलों मऊ, आजमगढ़ एवं बलिया के साथ जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में बसें संचालित हैं। गाजीपुर डिपो की कई बसों के निर्धारित मानक को पूरा कर लेने के कारण काफी समय से नई बसों की जरूरत महसूस की जा रही थी।
कुछ महीने पहले दस बसों की मांग की गई थी। इंतजार की घड़ी अब खत्म होने जा रही है। डिपो प्रशासन की मानें तो अगले सप्ताह दो नई बसें मिलेगी। ये बसें यहां से आजमगढ़ और फिर एक्सप्रेस-वे से सुहाना सफर तय करते हुए लखनऊ तक चलाई जाएगी। इसके बाद दो और नई बसों के भी जल्द मिलने की उम्मीद है जिनका संचालन चित्रकूट के लिए वाया प्रयागराज किया जाएगा। बीएस-6 इंजन वाली ये आधुनिक बसें प्रदूषणरहित हैं। बीते दिनों इन बसों के संचालन के लिए दो चालकों एवं एक मैकेनिक को प्रशिक्षित किया गया था। नई बसों के मिलने के बाद लंबे रूट पर संचालित बसों को रिप्लेस किया जाएगा।
गाजीपुर डिपो को बहुत जल्द ही दो नई बसें मिलने वाली हैं। इनको आजमगढ़ से एक्सप्रेस-वे होते हुए लखनऊ के लिए चलाया जाएगा। डिपो यात्रियों को बेहतर और आरामदायक यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है- वीके पांडेय, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक
गाजीपुर डिपो को मिली 75 नई ईटीएम
रोडवेज के गाजीपुर डिपो को निगम की ओर से 75 नई इलेक्ट्रानिक टिकट मशीन (ईटीएम) उपलब्ध कराई गई है। ये पहले वाली मशीनों से एडवांस हैं। नई ईटीएम में वाराणसी एवं गोरखपुर मार्ग का किराया फीड कर लिया गया है। जबकि अन्य मार्गों पर चलने वाली बसों का किराया फीड करने का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही इनको फीड करने का काम पूरा कर लिया जाएगा।
कायाकल्प से बदली बसों की सूरत
कायाकल्प योजना के तहत कुछ सप्ताह पहले गाजीपुर डिपो की बसों की सूरत बदलने का कार्य किया गया था। इस दौरान बसों के शीशा और सीटों को दुरुस्त तो किया ही गया। इसके बाद पेंटिंग कर उनका कायाकल्प भी किया गया। इसके चलते बसों की रंगत बढ़ गई।