गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टोल वसूलने के लिए सरकार ने नई कंपनी को जिम्मेदारी दी है। अब गाजीपुर से लेकर लखनऊ तक राजस्थान की कोरल मेसर्स ने टोल वसूली करेगी।
इसके साथ ही पाथ कंपनी ने अपने कर्मचारी और इन्फ्रास्ट्रक्चर को हटा लिया, साथ ही सारी सुविधाएं नई कपंनी के सुर्पुद कर दी। इस कंपनी को सिर्फ टोल वसूलने की जिम्मेदारी है। वसूली का पैसा यूपीडा लेगा और बदले में 1.34 करोड़ रुपये कंपनी को प्रति माह देगा।
रविवार से उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) पाथ कंपनी की जगह अब गाजीपुर से लेकर लखनऊ तक राजस्थान की कोरल मेसर्स को वसूली का टेंडर दिया है। उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) को प्रति दिन 61 लाख रुपये देती थी लेकिन वाहनों की कम आवाजाही के कारण कंपनी को प्रतिदिन 25 से 30 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था। सात जुलाई तक वसूली करने के बाद कंपनी ने लिखित तौर पर पत्र देकर टोल वसूली से हाथ खड़े कर लिए। इसके बाद दोबारा टेंडर की प्रक्रिया निकाली गई। वसूली का पैसा यूपीडा लेगा और बदले में 1.34 करोड़ रुपये कंपनी को प्रति माह देगा।