नोएडा में रहने वाली एक बच्ची की वीडियो वायरल हो रही है जिसमें वो मदद की गुहार लगा रही है। इस वीडियो में बच्ची बता रही है कि उसकी मां उसे मारती-पीटती और काटती है। बच्ची ने वीडियो में मदद मांगी है। इस वीडियो को देखकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाएंगे। एक मां कैसे अपनी बच्ची के लिए हैवान बन गई है। नोएडा में रहने वाली इस नौ साल की एक मासूम के साथ मां ने हैवानियत की और उसे लोहे के तार और चिमटे से पीटा। इतना ही नहीं बल्कि शरीर में कई जगह मां ने अपनी बच्ची को काटा भी। बच्ची ने स्कूल वालों की मदद से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है।
सेक्टर-113 कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली मासूम बच्ची सेक्टर-73 स्थित यदु पब्लिक स्कूल में कक्षा 2 की छात्रा है। गर्मी की छुट्टियों के बाद जब बच्ची स्कूल पहुची तो टीचर्स को लगा कि बच्ची क्लास में बहुत सहमी रहती है। इस पर बच्ची से बात करने की कोशिश की तो बच्ची रोने लगी और कुछ बातें टीचर को बताई। बच्ची इतनी डरी थी कि सारी बात भी नहीं बता पा रही थी। ऐसे में प्रिंसिपल को जानकारी दी गई और प्रोफेशनल काउंसिलर की मदद से बच्ची से बात करने की कोशिश की गई। बच्ची ने अपने साथ हुई सारी बर्बरता बताई। उसने बताया कि कैसे उसकी मां रोज उसे चिमटे और लोहे के तार से पीटती है। उसको दातों से काटती हैं। बच्ची का कहना है कि ऐसे कई हफ्तों से चल रहा है। इसका सबूत बच्ची के शरीर पर निशान दे रहे हैं।
वहीं स्कूल के सवाल करने पर बच्ची की मां का कहना है कि होमवर्क न करने पर वो कभी-कभी बच्ची की पिटाई करती है और शरीर के निशान किसी चोट के नहीं बल्कि फोड़े और फुंसी के हैं। स्कूल मने मां से संतोषजनक जवाब न मिलने पर इसकी जानकारी पुलिस को दी। बच्ची के फोटो और विडीयो स्टेट्मेंट ली गई। नोएडा पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी और बच्ची को बाल गृह भेज दिया। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची मूलरूप से हरियाणा की है। बच्ची कुछ साल पहले भटकते हुए वृंदावन पहुंची थी जहां उसे पुलिस ने ही रेस्क्यू कर मथुरा बाल गृह भेजा था। शायद बच्ची अनाथ थी। वृंदावन से इस महिला ने बच्ची को गोद लिया और नोएडा ले आई। चार साल पहले महिला अपने पति से अलग हो गई और घर में महिला, बच्ची और महिला के ससुर साथ रहते हैं।
यदु पब्लिक स्कूल की निदेशक कुंज यादव ने बताया कि स्कूल प्रबंधन बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ उनकी ओवरऑल वेलबींग को लेकर काफ़ी सतर्क रहता है। बच्चों की रेगुलर काउंसिलिंग हमारे इन्हीं प्रयासों का एक हिस्सा है। आम तौर पर ऐसे मामलों में स्कूल प्रबंधन पुलिस-प्रशासन के पास जाने से बचते हैं लेकिन हमने बाक़ायदा पुलिस को सूचना दी और पुलिस- प्रशासन ने भी पूरी तत्परता दिखाते हुए बच्ची की सहायता की जिसके लिए हम उनके आभारी हैं। हम बस यही चाहते हैं कि बच्ची स्वस्थ और सुरक्षित रहे।