गाजीपुर जिले के जमानियां तहसील अन्तर्गत आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा फहराने को लेकर झंडा बनाने का कार्य जोरों पर चल रहा है। ब्लॉक क्षेत्र के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को तिरंगा झंडा बनाने का लक्ष्य दिया गया है।
ब्लॉक क्षेत्र की 75 से अधिक स्वयं सहायता समूह की महिलाएं तिरंगा बनाने का काम कर रही हैं । हर एक महिला 50 से अधिक तिरंगा बनाने में जुटी है ,जिनको इससे रोजाना 500 से 700 रुपये तक की आमदनी हो रही है। ब्लॉक के इन समूहों को 63 हजार 846 झंडे तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है। यह काम 31 जुलाई तक पूरा कर लेना है। अभी तक ब्लॉक के इन स्वयं सहायता समूह के द्वारा 30 हजार 200 तिरंगा तैयार कर लिया गया है।
महिलाओं का समूह बना रहा है झंडा
हर घर में तिरंगा लहराने के लिए महिलाओं का समूह मिलकर लक्ष्य को पूरा करने के लिए दिन रात काफी मेहनत कर रही हैं। मालूम हो कि आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव को मनाते हुए हर घर तिरंगा कार्यक्रम का आयोजन होना है। स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का कहना है कि वह तिरंगा बनाकर काफी खुश हैं। साथ ही इसे बनाकर काफी गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। सरकार के इस फैसले से देश का सम्मान काफी बढ़ेगा।
विभागों को हर घर तिरंगा फहराने की दी गई जिम्मेदारी
यही नहीं सम्बंधित शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत, पुलिस प्रशासन सहित अन्य सभी विभागों को भी इस हर घर तिरंगा फहराए जाने को लेकर जिम्मेदारी दी गई है। जिसके बाद ये सभी विभाग के कर्मी और अधिकारी अभियान को सफल बनाने के लिए जुटे हैं। इसको लेकर लोगों में उत्साह भी देखा जा रहा है।
बीस लाख रुपये का हो सकता है कारोबार
तिरंगा बनाने में जुटी रीना सिंह, रीमा देवी आदि ने बताया कि एक झंडे को बनाने में 10-15 रुपए की लागत आ सकती है और झंडे के माध्यम से अगले 15 दिनों में बीस लाख रुपए का कारोबार हो सकता है। सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्त ने बताया कि करीब 63 हजार झंडा बनाने का लक्ष्य जमानियां को दिया गया है। अब तक पच्चास फीसदी बनकर तैयार हो चुका है।