पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल में कई ट्रैक का दोहरीकरण पूरा होने वाला है। करीमुद्दीनपुर-यूसूफपुर(14 किमी.) रेल मार्ग पर भी जल्द ट्रेनें तेज रफ्तार से फर्राटा भरेंगी। कार्यदायी संस्थाओं ने टेस्टिंग के बार रविवार को सीआरएस (रेल संरक्षा आयुक्त) निरीक्षण और स्पीड ट्रायल करेंगे। ट्रेन को रूट पर 100 से 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ाया जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल पर वाराणसी-छपरा दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत रूट पर कराए गए दोहरीकरण कार्य को आज हरी झंडी मिलने की पूरी उम्मीद है। इसके बाद ट्रेनें पहले से ज्यादा तेज रफ्तार से दौड़ सकेंगी। डबल ट्रैक होने से आवागमन में किसी तरह की बाधा भी नहीं आएगी।
करीमुद्दीनपुर-यूसूफपुर 14 किमी रेलखंड का दोहरीकरण कार्य विद्युतीकरण और दोहरीकरण 28 जुलाई को पूरा हो गया है और रूट पर ट्रेनों के परिचालन की स्थिति भी तय हो गई। सीआरएस रविवार 31 जुलाई को दोपहर में फेफना रेलवे स्टेशन पहुंचकर करीमुद्दीनपुर जाएंगे। वहां से पहले मोटर ट्रॉली से ट्रैक का मुआयना करेंगे फिर सीआरएस स्पेशल ट्रेन से शाम चार बजे स्पीड ट्रायल होगा।
रेलवे पीआरओ अशोक कुमार के अनुसार रविवार को नए ओवरहेड ट्रैक्शन पर हाईटेंशन विद्युत धारा प्रवाहित होगी। पटरी किनारे गांव के लोगों और क्षेत्रीय जनता को चेतावनी दी जाती है कि वे रेलवे ट्रैक एवं ट्रैक्शन से सुरक्षित दूरी बनाकर रखें। बच्चों अथवा अपने पशुओं को ट्रैक पर नहीं जाने दें।