जमानियां में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसी के तहत तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने रविवार को बाढ़ से प्रभावित 21 गावों के सभी ग्राम प्रधानों, नाविकों के साथ तहसील सभागार में बैठक की। बैठक में बाढ़ को लेकर सतर्क किया। साथ ही बचने के उपायों को लेकर निर्देश दिए।
तहसीलदार ने अधिग्रहित किए गए नावों के नाविकों व उनके स्वामियों को अपनी नाव को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि जरूरत पड़ने पर लोगों की सहायता की जा सके। तहसीलदार ने गंगा में नावों के परिचालन पर रोक लगा दी है। उन्होंने तटवर्ती गांव के प्रभावित लोगों से एहतियातन सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की है। राजस्व कर्मियों को पल पल ली रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
वर्तमान जलस्तर 59.660 दर्ज किया गया
केन्द्रीय जल आयोग के मुताबिक, रविवार की सुबह नौ बजे तक गंगा का वर्तमान जलस्तर 59.660 मीटर दर्ज किया गया। पहले की अपेक्षा जलस्तर में बीती शनिवार की देर रात बारह बजे से गंगा के रफ्तार में कमी आई है। अब चार सेंटीमीटर के बजाय दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ोतरी दर्ज की गई। गंगा खतरे के निशान से 3.445 मीटर नीचे बह रही है।
लाखों लोगों की जिंदगी होती है प्रभावित
तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा ने बताया कि हर साल बाढ़ से 8 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल प्रभावित होता है। जमानियां क्षेत्र में कुल 258 गांव हैं, जिसमें से 107 प्रभावित हैं। इनमें 21 गांव बाढ़ से अति प्रभावित हैं। बाढ़ से करीब 70 हजार 653 परिवार के तीन लाख की आबादी प्रभावित होती है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए कुल 41 बाढ़ चौकी, 6 बाढ़ राहत केन्द्र, 40 नाव, 7 बाढ़ राहत शरणालय बनाए गए हैं। वहीं, दर्जनों गोताखोर और 25 से ज्यादा आपदा मित्रों को हर समय सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।