वाराणसी में हुई एक महिला की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया। उसके साथ प्रेमिका भी थी। वह आरोपी की दूर के रिश्ते में साली लगती है। उससे अवैध संबंध के चक्कर में आरोपी पति ने पत्नी की हत्या कर दी थी। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश किया। जहां से बाद में उन्हें जेल भेज दिया गया।
6 महीने से एक-दूसरे के संपर्क में आए थे
करमपुर गांव निवासी तारेकश्वर की मुरादाबाद से 100 किलोमीटर दूर गजरौला टेवा एपीआई में नौकरी करता था। तारकेश्वर की शादी तकरीबन 19 साल पहले गुंजा मिश्रा से हुई थी। दोनों के दो बेटे हैं। बौरहवा गांव की सुहानी करमपुर गांव में तारकेश्वर के पड़ोस में अपने जीजा के घर पर रहती थी।
पुलिस के अनुसार, लगभग छह महीने पहले तारकेश्वर और सुहानी एक-दूसरे के करीब आए। धीरे-धीरे दोनों की बातचीत और मुलाकात का सिलसिला बढ़ा तो सबको इसकी जानकारी हो गई। तारकेश्वर की पत्नी गुंजा उसकी और सुहानी की नजदीकियों का विरोध करने लगी।
दो महीने से छुट्टी लेकर आया हुआ था घर
तारकेश्वर के परिजनों के अनुसार बीते दो महीने से वह मकान बनवाने और खुद के इलाज के लिए छुट्टी लेकर घर आया हुआ था। सुहानी को लगातार तारकेश्वर पैसा भी देता था। जिसका गुंजा विरोध करती थी। बीती 19 जुलाई की रात तारकेश्वर और गुंजा कमरे में सोये हुए थे। रात में उसने गुंजा के सिर पर ईंट से हमला कर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद घर छोड़ कर भाग गया।
20 जुलाई को तारकेश्वर का घर में पता नहीं लगा और गुंजा भी कमरे से बाहर नहीं निकली। जिसके बाद परिजनों को शंका हुई। परिजन गुंजा के कमरे में गए तो वह खून से लथपथ पड़ी हुई थी। परिजनों ने गुंजा के अंतिम संस्कार के लिए उसके शव लेकर घर से निकले। इसी बीच किसी ने गुंजा के मायके वालों को घटना की सूचना दे दी। जिसके बाद मायके वालों ने पुलिस से संपर्क किया।
आरोपी वाराणसी छोड़कर भागने की फिराक में थे
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। इंस्पेक्टर बड़ागांव अश्विनी कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि तारकेश्वर और सुहानी वाराणसी छोड़ कर बाहर भागने की फिराक में थे। आज सूचना मिली कि दोनों नदेसर के पास मौजूद हैं। सूचना के आधार पर दरोगा अतुल कुमार अंजान, दरोगा भारती गुप्ता, हेड कांस्टेबल बृजेश सिंह, हेड कांस्टेबल राकेश चौधरी, कांस्टेबल वंदना यादव और कांस्टेबल साक्षी सिंह के साथ घेराबंदी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।