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सैदपुर में उलट दिशा में हुई गोमती की धारा, बाढ़ संभावित 6 से ज्यादा गांवों को अलर्ट जारी

सैदपुर क्षेत्र में गंगा के जलस्तर में बीते 24 घंटे में ढाई फीट की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इस कारण खरौना गांव के पास गंगा नदी से मिलने वाली गोमती नदी के पानी का बहाव अब उलटी दिशा में हो गया है। गंगा नदी का पानी जाने से गोमती नदी के जलस्तर में भी तेजी बढ़ाव हो रहा है। क्षेत्र के गंगा घाटों पर तेज बहाव और पानी की गहराई ज्यादा हो जाने से स्नान करना खतरनाक हो गया है।

गंगा और गोमती नदी के किनारे बड़ी संख्या में किसान खेती करते हैं। नदी का जलस्तर ज्यादा होने से किसानों की फसलें डूब जाती हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। कुछ गांव ऐसे हैं, जो जलस्तर ज्यादा बढ़ने पर चारों तरफ पानी से घिर जाते हैं। यहां पर प्रशासन को आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था करनी पड़ती है।

इस गति से 1 सप्ताह में आ जाएगी बाढ़

गौरी, तेतारपुर, गौरहट, गोरखा, कुसहीं, खरौना, हथौड़ा, पटना, छपरा, मंझरिया आदि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र हैं। इन क्षेत्रों में मवेशियों के लिए चारे और रहने का संकट खड़ा हो जाता है। नदी के तटीय इलाकों के लोग पिछले वर्ष बाढ़ की विभीषिका झेल चुके हैं। इन क्षेत्रों के ग्रामीण इस बार भी गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से हो रहे बढ़ाव को देखकर चिंतित होने लगे हैं। बीते 24 घंटों में गंगा नदी का जलस्तर लगभग ढाई फीट बढ़ा है। अगर गंगा का जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा तो यह अगले 1 सप्ताह में बाढ़ का रूप ले सकता है।

15 दिनों में 25 फुट बढ़ चुका है गंगा का जलस्तर

क्षेत्र के गंगा घाटों पर नदी के तेज बहाव और गहराई को देखते हुए खतरा भी बढ़ गया है। स्नान करने वाले लोगों ने अब गंगा स्नान बंद कर दिया है। इस समय ज्यादातर तैरने वाले ही गंगा स्नान कर रहे हैं। बीते 15 दिनों में गंगा नदी का जलस्तर लगभग 25 फुट तक बढ़ चुका है। अभी तक गंगा के जलस्तर में 1 दिन भी ठहराव देखने को नहीं मिला। जलस्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लेखपाल हुए सतर्क

उ​​​​​​प जिलाधिकारी ओम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र से गुजरने वाली गंगा और गोमती नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। इसे देख तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। नदियों के तटीय इलाकों के लेखपाल को स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए सचेत कर दिया गया है। लेखपालों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। नाविकों से बात कर उन्हें विषम परिस्थिति में तैयार रहने के लिए सतर्क कर दिया गया है।

घाटों पर बढ़ेगी सुरक्षा

अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि नगर के प्रमुख गंगा घाटों पर सुरक्षा के दृष्टिगत रस्सी, नाव आदि की व्यवस्था की जा रही है। घाटों पर विशेष स्नान पर्व पर सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की जाएगी। लोगों को सचेत किया गया है।

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