पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें इलाज कराने के लिए धनाभाव की समस्या नहीं आएगी। अब उनका आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा। श्रम विभाग इसके लिए विशेष अभियान चला रहा है। कार्ड से श्रमिक भी पांच लाख रुपये का नि:शुल्क इलाज करवा सकेंगे। जिले में चयनित 79462 श्रमिकों का गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा।
सरकार की ओर से पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में पंजीकृत श्रमिकों तथा उनके परिवार के सदस्यों को बीमारी की स्थिति में पांच लाख रुपये तक की नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड बनाया जाएगा।
इस कार्ड के बन जाने से पंजीकृत श्रमिक और उनके परिवार के सदस्यों का पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज हो सकेगा। श्रम विभाग में एक लाख 45 हजार सक्रिय श्रेमिक पंजीकृत हैं। इस योजना के तहत 79462 श्रमिकों को चयनित किया गया है। निर्माण श्रमिकों का गोल्डन कार्ड बनाने के लिए श्रम विभाग की तरफ से विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
25 जुलाई से शुरू हुआ अभियान14 अगस्त तक चलेगा। पंजीकृत निर्माण श्रमिकों का आयुष्मान गोल्डन कार्ड आरोग्य मित्र, जनसेवा केंद्र के माध्यम से बनेगा। श्रमिक शिविर या जनसेवा केंद्र पर जाकर भी अपना गोल्डन कार्ड बनवा सकते हैं।
इसके लिए उनका पंजीयन कार्ड जरूरी है। इसके साथ ही गोल्डन कार्य के लिए आधार कार्ड, परिवार रजिस्टर एवं बैंक पासबुक भी जरूरी है। श्रम प्रवर्तन अधिकारी पंचेश्वरी ने बताया कि कार्ड से पंजीकृत श्रमिक और उनके परिवार के सदस्यों का पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज हो सकेगा। श्रमिक शीघ्र आवेदन कर इसे बनवा लें।