पुलिस की जिम्मेदारी अपराध नियंत्रण व आम जनता की समस्याओं का निराकरण करना है, लेकिन यहां पुलिसिंग का मतलब ही बदल गया है। वाराणसी के कैथी टोल प्लाजा का टेंडर लेने वाले कंपनी का सांठगाठ कर जगह-जगह बैरियर लगा दिया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा वाहन टोल प्लाजा से होकर जाएं। जिससे संबंधित कंपनी का अधिक मुनाफा हो सके। इसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। उन्हें अतिरिक्त धनराशि व ईंधन खर्च करना पड़ रहा है। अधिकारियों तक इसकी शिकायत पहुंची, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
मार्च 2022 से इस टोल पर वसूली का टेंडर दूसरी कंपनी को मिल गया। टेंडर लेने वाले कंपनी ने अधिक से अधिक वसूली करने के लिए हर तरह का हथकंडा अख्तियार किया। राजवारी पुल से उतरते ही वाराणसी की तरफ कैथी, धौरहरा समेत दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले रास्ते को बुलडोजर से खनवाने के साथ ही वहां मनबढ़ लड़कों को तैनात कर दिया, जो वाहन चालकों को टोल से होकर गुजरने लिए विवश करते हैं। वाहन चालक मना करता है तो मारपीट पर अमादा हो जाते हैं। इसी तरह जौनपुर से खानपुर होते हुए सैदपुर आने वाले वाहनों को खानपुर थाना से पहले बहेरी डगरा के पास बैरियर लगाकर रोक दिया जाता है।
भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित होना बताकर उन्हें घूमकर टोल प्लाजा से होकर आने के लिए कहा जाता है, जबकि भारी वाहनों के प्रवेश वर्जित का कोई लिखित पत्र पुलिसकर्मी नहीं दिखाते हैं। वाहनों को करीब 30 किमी दूरी अतिरिक्त तय कर टोल प्लाजा से होकर आना पड़ता है। इसी तरह शादीभादी से गोपालपुर की तरफ घूमने वाले वाहनों को भी फोरलेन से होकर आने के लिए कहा जाता है। इससे अतिरिक्त समय व धन वाहन का बर्बाद होता है।
टोल प्लाजा पर मनबढ़ युवक करते हैं मनमानी
गाजीपुर व वाराणसी के बीच का बार्डर निर्धारित करने वाले राजवारी पुल से वाराणसी की तरफ बढ़ते ही टोल प्लाजा से पहले कैथी, धौरहरा समेत दर्जनों गांवों में जाने के लिए सड़क है, लेकिन वाहनों को टोल प्लाजा से जाने के लिए विवश किया जाता है। निविदा लेने वाली कंपनी ने वहां मनबढ़ युवकों को तैनात कर दिया है जो जेसीबी से सड़क खोद देते हैं या बोल्डर रखकर आवागमन बाधित कर देते हैं। कोई वाहन चालक यदि इस सड़क से जाना चाहता हैं, तो उसके साथ युवक मारपीट पर अमादा हो जाते हैं। यही हाल टोल प्लाजा पर भी है। दर्जनों की संख्या में मनबढ़ युवक यहां तैनात हैं तो वाहन चालकों से बदतमीजी करने से बात नहीं आते हैं।
नहीं बना रहे मासिक पास
टोल प्लाजा से 20 किमी दूरी सीमा के अंदर रहने वाले वाहन स्वामियों का मासिक पास बनाए जाने का नियम है, लेकिन कई माह से मासिक पास नहीं बनाया जा रहा है। निविदा लेने वाली कंपनी एनएचएआइ द्वारा पास न बनाए जाने का हवाला देते हुए पास बनाने से इंकार कर दे रही है। जिससे दायरे के अंदर रहने वाले लोगों को भी ज्यादा टोल भरना पड़ रहा है।
झिकझिक के चलते बार-बार लगता जाम
टोल प्लाजा पर तैनात मनबढ़ युवकों द्वारा वाहन स्वामियों से झिकझिक किए जाने के कारण बार-बार जाम लगता है जिससे यात्रा करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। मनबढ़ युवक जनप्रतिनिधि पास लगा होने के बावजूद कई बार लोगों का वाहन रोक चुके हैं जिससे के चलते टोल प्लाजा पर विवाद की स्थिति बन जाती है।
राजवारी पुल पास करते ही कैथी के तरफ उतरने वाले रास्ते पर कहीं कोई रोक नहीं है। वाहन आराम से उधर से जा सकते हैं। 315 रुपये का मासिक पास 20 किमी रेंज के अंदर रहने वाले लोगों का बनाया जाता है। गूगल मैप पर पता डालने पर अगर रेंज में है तो पास बनाया जाता था अन्यथा नहीं बन सकता है।
सावन के मद्देनजर दो दिनों के लिए बैरियर लगाया जाता है ताकि कांवड़ यात्रियों को परेशानी न हो। तीन-चार माह पहले से बैरियर लगाकर वाहन टोल प्लाजा की तरफ भेजे जाने का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है।