महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों व जिला समन्वयकों की टीम बनाकर 84 विद्यालयों का निरीक्षण किया। इसमें छह अध्यापक अनुपस्थित मिले। अनुपस्थित सभी शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया और नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया। बीएसए ने एक विद्यालय में एमडीएम का स्वाद भी चखा। बच्चों से बात की और शैक्षिक गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली।
उक्त निरीक्षण के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय अड़रिया का निरीक्षण किया। यहां अत्यधिक अनियमितता पाये जाने पर विद्यालय के सभी स्टाफ मनोरमा सिंह प्रधानाध्यापक, सुनील राय सहायक अध्यापक, सुरेश श्रीवास्तव शिक्षामित्र, सुखराम राम शिक्षामित्र का वेतन रोक दिया गया। प्रधानाध्यापक को कड़ी फटकार भी लगाई। प्राथमिक विद्यालय सुहवल पूर्वी-1 पर तीन शिक्षक सुशील प्रजापति, सुनीता कुमारी व अर्चना उपाध्याय अनुपस्थित थीं। कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय बसुका में एक कार्मिक अनुपस्थित मिला। प्राथमिक विद्यालय दोहला पर खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कराने पर ग्राम प्रधान पर कार्रवाई के लिए डीपीआरओ को पत्र लिखा गया।
प्राथमिक विद्यालय चकमहिबुल्लाह में एक सहायक अध्यापिका छह जुलाई से लगातार अनुपस्थित चल रही हैं। इस पर बीइओ रेवतीपुर को आख्या स्पष्टीकरण सहित उपलब्ध कराने को कहा गया है। प्राथमिक विद्यालय टौंगा में एक सहायक अध्यापक के अनुपस्थित होने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। बीएसए ने निर्देशित किया कि सभी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र तथा अनुदेशक निरीक्षण के दौरान शिक्षण की गुणवत्ता, विद्यालयों की साफ-सफाई, रंगाई-पोताई, विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत प्रेषित धनराशि को डीबीटी के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों के खातों में हस्तांतरित कराएं तथा शत-प्रतिशत छात्रों का आधार पंजीकरण अनिवार्य रूप से कराया जाए, अन्यथा विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान उपरोक्त कमियों के पाये जाने पर नियमानुसार कठोर कार्रवाई की जाएगी, जिसके लिए विद्यालय के स्टाफ व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे।