गाजीपुर जिले की कासिमाबाद तहसील का पीछा भ्रष्टाचार से नहीं छूट रहा है। ताजा मामला मौजा बरौड़ा का है। यहां पर एक किसान का आरोप है कि क्षेत्रीय लेखपाल को आठ हजार रुपये नगद और 10 किलो गुड़ के देने के बाद भी पैमाइश सही नहीं किया है। पीड़ित किसान ने सोमवार को तहसीलदार से मिलकर जांच कराकर लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पीड़ित किसान मरदानपुर गांव निवासी वीरेंद्र यादव ने तहसीलदार को बताया कि बरौड़ा गांव में भूमि है। पैमाइश के लिए हल्का लेखपाल से मिला। आरोप लगाया कि लेखपाल ने आठ हजार रुपये और 10 किलो गुड़ की मांग किया था। पैमाइश कराना जरूरी था, इसलिए लेखपाल को मांग के अनुसार आठ हजार रुपये और 10 किलो गुड़ दे दिया।
आरोप है कि लेखपाल की मांग के अनुसार सब कुछ दे दिया है। इसके बाद भी पैमाइश सही नहीं की गई है। वर्तमान समय में लेखपाल पक्की पैमाइश कराने की बात कर रहे हैं और विपक्षी की मदद कर रहे हैं। पीड़ित किसान वीरेंद्र यादव ने कासिमाबाद तहसीलदार जया सिंह से मिलकर लिखित शिकायत करते हुए बताया कि विपक्षी काशीनाथ यादव व झिल्लू यादव पूर्व में की गई। पैमाइश को मान नहीं रहे हैं तथा खेत पर कब्जा करना चाहते हैं। इस संबंध में तहसीलदार जया सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच कराई जाएगी।