औषधीय प्रशासन व आयुष राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने कहा कि वन्य औषधियां मानव जीवन की महत्वपूर्ण धरोहर हैं। सिधौना में लोगों को आयुर्वेदिक औषधीय पौधों को अपने घर आंगन में लगाने के लिए प्रेरित किया। कहा कि हमारे औषधीय संपदा संकुचित होते जा रहे हैं इसके कारण हमें जड़ी-बूटियां पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पा रही हैं।
इसलिए जड़ी बूटियों के संग्रहण और संवर्धन के लिए प्रयास किया जा रहा है। आयुष मंत्री ने पौधारोपण कर कहा कि औषधीय पौधों की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार भी होगा।
हमारे प्रकृति में 134 प्रकार के लाभदायक पौधे हैं जो हमारे आस पास रहते हैं। जिनके पौधारोपण और व्यवसाय के जड़ी बूटियों के कारोबार से आमदनी की वृद्धि की जा सकती है। हमारे पास प्राकृतिक दवाओं की कोई कमी नहीं है। किसान अब गेहूं, चावल, दाल जैसे अनाजों पर निर्भरता कम करके औषधीय और सुगंधित व्यवसाय की ओर आकर्षित हो रहे है।
राज्यमंत्री दयालु अपने पैतृक गांव सिधौना के सिद्धेश्वर महादेव धाम में सावन के पहले सोमवार को पूजा अर्चना करने के बाद मंदिर परिसर में बेल का पौधा लगाया। कृष्णानंद सिंह, शिवाजी मिश्रा, राजीव सिंह, अखिलेश मिश्रा, संजय सिंह, बाके साव रहे।