बिहार के बक्सर और बलिया के भरौली सीमा के गंगा पर निर्माणाधीन पुल पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को घाटे से उबारेगा। पुल के बनते ही पटना से सीधे लखनऊ जुड़ जाएगा, जिससे भारी व हलके वाहन एक्सप्रेसवे से होकर संचालित होंगे। साथ ही बिहार, बंगाल, असम आदि पूर्वोत्तर से राजधानी लखनऊ व दिल्ली के लिए जाने वाले वाहन भी इधर से ही दौड़ने की संभावना है। पुल निर्माण वर्ष 2023 तक तैयार होने की संभावना है। पुल से एक्सप्रेसवे की दूरी मात्र 19 किमी है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को अभी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुताबिक, इसका प्रमुख कारण बिहार के बक्सर और बलिया के भरौली सीमा पर बना पुराना पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण भारी वाहनों की आवाजाही बंद है। एनएचएआइ से ठीक बगल में दूसरा पुल बन रहा है। इस पुल के न बनने से पश्चिम बंगाल, बिहार, असम सहित पूर्वोत्तर से आने वाले भारी वाहन पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तरफ नहीं आ पा रहे हैं। हैदरिया (मुहम्मदाबाद) से बिहार सीमा की दूरी मात्र 19 किमी है। नया पुल बनने में करीब छह माह से एक साल तक का समय लग सकता है।
दिसंबर के बाद लक्ष्य के अनुरूप होगी टोल वसूली : अवनीश अवस्थी
यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बलिया से जोड़ने के लिए प्रस्तावित बलिया लिंक (ग्रीन फील्ड) एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए एनएचएआइ के साथ यूपीडा का अनुबंध हो चुका है। अनुबंध के तहत एनएचएआइ ने भूमि अर्जन के लिए यूपीडा को 500 करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई है।
इसमें से 400 करोड़ रुपये की रकम गाजीपुर और बलिया के जिलाधिकारियों को उपलब्ध करा दी गई है। कोशिश होगी कि सितंबर अंत तक भूमि अर्जित कर बलिया लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू कर दिया जाए ताकि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे बलिया से जुड़ जाए। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को बिहार के बक्सर जिले में गंगा नदी पर एनएचएआइ की ओर से बनाए जा रहे पुल से भी जोड़ा जाएगा। यह काम दिसंबर तक पूरा किया जाएगा। अवस्थी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली अभी अपेक्षित स्तर तक नहीं पहुंची है। दिसंबर के बाद टोल वसूली लक्ष्य के अनुरूप हो सकेगी।