आयुर्वेद, वास्तु (Vastu) और ज्योतिष (Astrology) के अनुसार नीम का पेड़ बहुत ही शुभ और लाभकारी होता है। नीम के वृक्ष को घर के सामने उचित दिशा में लगाने से कई तरह के फायदे होते हैं। आओ जानते हैं कि इस पेड़ के क्या क्या है शुभ फल।
- नीम का पेड़ साक्षात मंगलदेव और हनुमानजी है। इसकी पूजा करने से मंगलदोष दूर होते हैं।
- यदि मकान दक्षिणमुखी है तो द्वार से दोगुनी दूरी पर नीम का पेड़ लगाने से दक्षिण दिशा का बुरा प्रभाव खत्म हो जाता है।
- मंगल की दिशा भी दक्षिण मानी गई है। नीम का पेड़ मंगल की स्थिति तय करता है कि मंगल शुभ असर देगा या नहीं।
- नीम का पेड़ घर के सामने होने से कीड़े, मकोड़े और मच्छरों का प्रकोप भी नहीं रहता है। इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों से विभिन्न प्रकार के कीड़ें भाग जाते हैं। इसलिए आप इसे लगा सकते हैं। घर पर इसे लगाते हैं तो कई सारे फायदे भी आपको मिलते रहेंगे।
- इस पेड़ की सेवा करने से आपके जीवन में कभी भी अमंगल नहीं होगा और मंगलदोष दूर हो जाएगा।
- नीम की पूजा करने और इसकी दातून करने से शनिदोष भी समाप्त हो जाता है। नीम की दातुन करते रहने से दांत के बैक्टीरिया मर जाते हैं। अर्थात दांत और मसूड़ों में किसी भी प्रकार के कीड़े नहीं रहते हैं। दांतों का कोई रोग नहीं होता है।
- मंगलवार को नीम के पेड़ में शाम को जल चढ़ाएं और चमेली के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार करें। इससे हनुमानजी की कृपा प्राप्त होगी। घर के पास नीम का पेड़ लगाने और नित्य इसमें जल अर्पित करने से हनुमानजी की भी कृपा बनी रहती है।
- ज्योतिष में कहीं कहीं नीम का संबंध शनि और कहीं कहीं केतु से जोड़ा गया है। इसलिए दोनों ही ग्रहों की शांति हेतु उचित दिशा में नीम का पेड़ लगाया जा सकता है।
- नीम की लकड़ी से हवन करने से शनि की शांति होती है।
- इसके पत्तों को जल में डालकर स्नान करने से केतु संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।
- नीम की लड़की की माला धारण करने से शनि की पीड़ा समाप्त हो जाती है।
- यदि आपका जन्म उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हुआ है या आपकी राशि मकर या कुंभ राशि है तो नीम का पेड़ लगाने बहुत ही शुभफलदायी होगा।
- नीम की लड़की के बने पलंग पर सोने से त्वचा रोग दूर होते हैं। नीम के तेल और छाल के प्रयोग से कुष्ठ रोग दूर होता है।