बीते तीन दिनों से मैदानी भागों आरंभ हुए गंगा के जलस्तर में वृद्धि का क्रम लगातार बना हुआ है। बीते 24 घंटों में यह वृद्धि दर दोगुनी हो गई है। मीरजापुर वाराणसी के अतिरिक्त सोमवार से गाजीपुर में भी जलस्तर में मामूली वृद्धि देखी गई है। जबकि बलिया में घटता जलस्तर अब स्थिर हो चला है।
पहाड़ाें पर हो रही अनवरत वर्षा के चलते गंगा के जल स्तर में बढ़ाव जारी है। दो दिनों तक 10 मिमी प्रति घंटा का यह बढ़ाव सोमवार को 20 मिमी प्रति घंटा रिकार्ड किया गया। जबकि गाजीपुर में सोमवार से 10 मिमी प्रति घंटा यानी 24 सेमी प्रतिदिन के औसत से ही अभी बढ़ाव दर्ज किया गया है। इसलिए पूर्वी उत्तर प्रदेश में बाढ़ का खतरा अभी दूर की बात है।
मध्य गंगा खंड तृतीय कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार सोमवार को वाराणसी में जलस्तर 59.4 मीटर रिकार्ड किया गया। जबकि रविवार को यह 59.06 मीटर पर था। इसी तरह मीरजापुर में 64.46 मीटर पर रहा पानी सोमवार को बढ़कर 64.86 मीटर पर पहुंच गया।
पूर्वांचल में गंगा के जलस्तर की स्थिति
जनपद वर्तमान चेतावनी बिंदु
वाराणसी 59.4 मी. 70.262 मी.
मीरजापुर 64.84 मी. 76.724 मी.
गाजीपुर 52.74 मीटर 62.105 मी.
बलिया 50.8 मीटर 56.615 मी.
प्रयागराज 73.42 मीटर 83.734 मी.
पूर्वांचल में जुलाई माह में अभी तक नहीं हुई बरसात
देश के दक्षिणी-पश्चिमी छोर पर जा अटकी मानसून की द्रोणिका रविवार की रात से कुछ ऊपर आई है। सोमवार से इसके उत्तर दिशा की ओर बढ़ने के संकेत मिलने लगे हैं। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि एक-दो दिन में यह अपनी सामान्य अवस्था में आ सकती है। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित पूरे राज्य में बूंदाबांदी के साथ वर्षा का शुभारंभ हो सकता है। संभावना है कि मंगलवार को भी कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है तो बुधवार से इस क्षेत्र में भी औसत वर्षा की शुरुआत हो सकती है।