अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम/एमपी-एमएनए रामसुध सिंह की अदालत में 1996 के गैंगस्टर के मुकदमे में आरोपित मुख्तार अंसारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बांदा जेल से उपस्थित रहा। पूर्व विधायक अजय राय की गवाही पर अदालत में वीडियो कांफ्रंसिंग रूम में करीब चार घंटे तक जिरह चली। शेष जिरह के लिए कोर्ट ने अगली तिथि छह अगस्त निर्धारित की है।
तीन अगस्त 1991 को अजय राय के भाई अवधेश राय की वाराणसी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अजय राय ने मामले में गवाही दी है कि वह अपने भाई अवधेश राय के साथ वाराणसी के मकान के गेट पर खड़े थे। इतने में एक सफेद रंग की मारुति वैन आई। इसमें मुख्तार अंसारी सहित कुछ लोग मौजूद थे। गाड़ी से उतरे और ताबड़तोड़ अवधेश राय के ऊपर फायर किया।
सभी लोग मारुति वैन से भागने लगे जिसपर अजय राय ने भी अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर किया। इस पर भी लोग गाड़ी छोड़ कर भाग गए। अजय अपने भाई को कबीर चौरा अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मामले के गवाह अजय राय शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच करीब साढ़े 11 बजे पेश हुए। जिरह के समय सहायक शासकीय अधिवक्ता नीरज श्रीवास्तव मौजूद रहे।