जमनियां में तीन साल से 11 सामुदायिक शौचालय निर्माणाधीन है। जबकि, 96 में ताले लटके हुए हैं। ऐसे में ग्रामीण खुले में शौच करने को विवश हैं। शासन की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों को ओडीएफ घोषित करने के लिए तीन वर्ष पहले करीब आठ करोड़ की लगात से 130 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण शुरू कराया गया था, लेकिन आज तक शासन की मंशा पूरी होती नजर नहीं आ रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि जमानियां क्षेत्र के विभिन्न ग्राम पंचायतों में 130 सामुदायिक शौचालय में से 119 का ही निर्माण हो सका है। इनमें से 96 को ही अभी स्वयं सहायता समूह को हैंड ओवर किया जा सका है । हरिपाल राय,दीपक सिंह ,अविनाश राय,हीरा यादव ,राम सिंह, आशुतोष आदि ग्रामीणों ने बताया कि जिस तरह से इसको लेकर उदासीनता बरती जा रही है नहीं लगता कि शासन कि खुले में शौच मुक्त कि यह मंशा पूरी हो सकेगी। ग्रामीणों ने बताया कि जिन शौचालयों का निर्माण पूरा हो चुका है ,उनमें से आज भी ताले लटक रहे है ।
बदहाली की स्थिति में पहुंचे कई शौचालय
कई ऐसे शौचालय है जो बनने के कुछ दिनों बाद ही बदहाली कि स्थिति में पहुंच गये ,ग्रामीणों ने बताया कि रमवल,सोनवल ,भिक्खिचौरा,सुगवलियां आदि गावों के शौचालय निर्माणाधीन है ,जबकि जगदीशपुर, डुहियां,जमानियां, सुजानपुर आदि गावों में ताले लटके हैं। जो बदहाली की स्थिति पर पहुंच गए है। एडीओ पंचायत कौशल किशोर सिंह ने बताया कि निर्माणाधीन सामुदायिक शौचालयों का निर्माण बहुत जल्द पूरा कर,इन्हें स्वयं सहायता समूह को हैंड ओवर कर इनका संचालन शुरू करा दिया जायेगा,ताकि लोग खुले में शौच को न जाए।