गाजीपुर में जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से गांवों को रोशन करने के लिए 25000 एलइडी बल्ब लगाए जा रहे हैं। इसके लिए 8.75 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन, अभी काम पूरा भी नहीं हुआ और 9000 लाइटें खराब हो गई हैं। जिसको देखते हुए फर्म का 3 करोड़ रुपये का भुगतान जिला पंचायत ने रोक दिया है।
एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए जिला पंचायत ने जेम पोर्टल के माध्यम से वाराणसी के विश्वनाथ इंटरप्राइजेज को ठेका दिया था। लेकिन एलइडी लाइट लगाने के साथ ही खराब होने की शिकायतें मिलनी शुरू हो गई। बारिश होने से पूर्व ही ग्राम पंचायतों में 35 % से अधिक लाइट खराब हो गई। जिससे काम में घोटाले की बू आ रही है।
लाइट सही होने के बाद ही किया जाएगा भुग्तान
इस मामले पर अपर मुख्य अधिकारी सुजीत मिश्रा ने बताया कि समस्त गांव से सूची मंगाई जा रही है और जियो टैगिंग के बाद स्ट्रीट लाइटों को ग्राम पंचायतों को हैंड ओवर किया जाएगा। लेकिन ग्राम पंचायतों को हस्तांतरण से पहले लाइट खराब होने के मामले संज्ञान में आए हैं जिसको देखते हुए संस्था को करीब 9000 स्ट्रीट लाइट का 3 करोड़ का भुगतान रोक दिया गया है। लाइट सही के बाद ही भुगतान किया जाएगा।