राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद ने अपनी मांगो को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। धरनारत कर्मचारियों ने इस दौरान जोरदार नारेबाजी भी की।
राज्य कर्मचारीसंयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष दुर्गेश श्रीवास्तव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा यह माना गया है कि स्वास्थ्य विभाग में स्थानांतरण गलत तरीके से किया गया है। फिर भी स्थानांतरण को निरस्त न किया जाना बहुत ही खेद का विषय है। इससे यह साबित होता है कि हाथी के दांत खाने के कुछ और होते हैं और दिखाने के कुछ और।
एकजुटता की अपील
परिषद के मंडल अध्यक्ष डीएस राय ने कहा स्वास्थ विभाग के सारे कर्मचारी लामबंद होकर परिषद के आंदोलन को सफल बनाएं, जिससे एकता का परिचय दिया जा सके। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष और राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मंत्री ओंकार नाथ पांडेय कहा कि अगर सरकार द्वारा गलत तरीके से किए गए स्थानांतरण को निरस्त नहीं किया जाता है तो परिषद बाध्य होकर के स्वास्थ विभाग की सारी इमरजेंसी सेवाएं ठप कर आंदोलन करेगा।
चक्का जाम करने की चेतावनी
परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि अगर महानिदेशक द्वारा परिषद के मांग पत्र पर विचार नहीं किया जाता है तो परिषद के आह्वान पर रोडवेज परिसर में एक भी बस का चक्का नहीं हिलेगा।
मांगें नहीं मानी तो आंदोलन करेंगे
परिषद के कार्यकारी मंत्री आलोक राय ने कहा कि अगर सरकार परिषद की मांगों का निस्तारण नहीं करती है तो परिषद से सभी संबद्ध संगठन के सदस्य कार्यालय से लेकर रोड तक आंदोलन करेंगे।
अंत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के प्रतिनिधि उमेश कुमार सिंह अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य विभाग, मुख्य सचिव को सम्बोधित पत्रक सौंपा गया।