हल्की बूंदाबादी के बाद निकली तेज धूप अब लोगों के लिए आफत साबित हो रही है। इस उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल नजर आ रहे है। इसमें सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों की हो रही है। जिला अस्पताल के ओपीडी 52 बच्चें बीमार होकर पहुंचे, जिसमें अधिकांश उल्टी व दस्त के मिले। इसमें पांच बच्चों को चिकित्सकों ने वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू किया। वहीं अन्य बच्चों को दवाएं सहित सुझाव देकर घर भेज दिया है।
जिला अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को कुल 581 मरीजों के पर्चे बने, जिसमें सिर्फ 52 पर्चे बच्चों के थे। बाल रोग विशेषज्ञ डा. सुजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि बदलते मौसम के कारण बच्चे उल्टी दस्त की चपेट में आ रहे हैं। इसके अलावा जुकाम व बुखार की भी बच्चों को शिकायत हो रही है। बच्चें उमस भरी गर्मी के कारण जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। सुबह शाम कुछ देर के लिए लोगों को राहत मिलती है। इस उमस भरी गर्मी के बीच कूलर व पंखा भी जवाब दे रहे हैं। चिपचिपाती गर्मी ने लोगों को खासा बेहाल कर रखा है।
सफाई पर दे ध्यान, पीयें साफ पानी
डा. सुजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि उमस भरी गर्मी होने के कारण बच्चें उल्टी व दस्त की बीमारी के चपेट में आ रहे है। ऐसे में बच्चों को सफाई को लेकर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। खाने वाली चीजों को मक्खियों से दूर रखें व साफ पानी पियें। बच्चों को गंदगी से बचाए। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में जिला पुरुष अस्पताल का बच्चा वार्ड 23 बच्चें भर्ती है। इन बच्चो को इलाज किया जा रहा है।
बच्चों के इन बातों पर रखें ख्याल
उमस भरी गर्मी से बचाव के लिए चिकित्सक मरीजों को सुझाव दे रहे है। उमर भरी गर्मी में बहुत जरूरत हो तो ही बाहर निकलें, बाहर निकलते समय सिर को जरूर ढकें। बाहर निकलने से कम से कम 15 मिनट पहले सनस्क्रीन लगा लें, जिससे त्वचा को नुकसान न हो। वहीं पानी ज्यादा पीना चाहिए।
23 बच्चे भर्ती
जिला अस्पताल में बच्चों के इलाज को लेकर पूरी व्यवस्था की गयी है। बच्चों के वार्ड में 23 बच्चे भर्ती हैं। वार्ड में भर्ती बच्चों का नियमित जांच कर इलाज किया जाता है। बच्चों को उल्टी, दस्त होने पर तत्काल चिकित्सकों से सलाह लेकर हीं दवाएं दे।