जमानियां से पड़ोसी राज्य बिहार को जोड़ने वाले करीब 38 किमी लंबे ताड़ीघाट बारा नेशनल हाईवे पर रोडवेज बस का संचालन बंद कर दिया गया है। निगम ने इसके पीछे का कारण कम लोड फैक्टर यानी घाटे का सौदा बताया है। परिवहन निगम की बस का संचालन लंबे समय से बारा से गाजीपुर होते हुए वाराणसी तक होता रहा है। जिसे 10 जुलाई से निगम ने घाटे का सौदा दिखा बस का संचालन बंद कर दिया है।
बस का संचालन बंद होने के कारण यात्रियों को तमाम तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। वहीं निगम द्वारा इस सेवा को बंद किए जाने से इसका फायदा निजी बस, जीप, मिनी बस के संचालकों को हा रहा है, जो मनमाना किराया वसूल रहे हैं। शासन को प्रतिदिन हजारों के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
निगम के अनुसार, प्रतिदिन 18 हजार की आय होनी चाहिए। मगर इसकी आधी आय भी नहीं हो पा रही है। निगम के मुताबिक, इस हाईवे पर वर्षों से चलने वाली एक मात्र रोडवेज से निर्धारित सीट की अपेक्षा काफी कम यात्री यात्रा करते हैं। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक बस का लोड फैक्टर 60 होना चाहिए मगर 42 से अधिक नहीं हो पा रहा है। यानी बस की जो 60 सीटें में से आधी के आसपास खाली रह जाती हैं।
बताया गया कि इससे विभाग को राजस्व का बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है, जिसके कारण हाईवे पर इसका संचालन बंद कर दिया है। वैसे यात्रियों कि परेशानियों को देखते हुए महकमा बहुत जल्द ही रोडवेज बस का संचालन शुरू करेगा ताकि यात्रियों को कोई दिक्कत न हो।
क्षेत्रीय लोगों जय पांडेय, सुरेन्द्र, शिव जी, संतोष कन्नौजिया, मुन्ना पांडेय, प्रेम उपाध्याय आदि ने कहा कि विभाग व जनप्रतिनिधियों पर बस के नियमित संचालन को लेकर बरती जा रही उपेक्षा समझ से परे है। ग्रामीणों ने बताया कि जल्द इसका संचालन शुरू किया जाए ताकि यात्रियों को सहूलियत हो सके। इस बाबत रोडवेज इंचार्ज राकेश पांडेय ने बताया कि जल्द ही बस का नियमित तरीके से संचालन कराया जाएगा।