भदोही जिले के बाबूसराय में मंगलवार की रात जर्जर विद्युत तार जमीन पर गिरकर जलने लगा। दरवाजे पर सो रहे पारस पटेल (55) तार को हटाने लगे कि इसी बीच वह उनके सीने से चिपक गया। पिता को तड़पता देख बेटा शिवशंकर पटेल छोड़ाने का प्रयास करने लगा।
पिता की मौत हो गई जबकि बेटा गंभीर रूप से झुलस गया। उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां पर स्थिति खराब होने पर चिकित्सकों ने वाराणसी के लिए भेज दिया। जांच करने पहुंचे उप खंड अधिकारी ईश्वर शरण सिंह ने इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। कहा कि विद्युत सुरक्षा निदेशालय के जांच के बाद ही आर्थिक सहायता मिल पाएगा।
गांव निवासी पारस पटेल खाना खाने के बाद बाहर ही चारपाई बिछा कर साे रहे थे। करीब एक बजे रात बारिश होने लगी तो वह उठकर अपना बिस्तर समेटने लगे। इसी बीच विद्युत जर्जर तार गिर गया और जलने लगा। वह पास में ही रखे बांस के डंडे से तार को हटने लगे। इसी दौरान तार मुड़कर उनके सीने से चिपक गया और घटना स्थल पर ही पारस की मौत हो गई। उनको बचाने गए उनके बेटे शिवशंकर ने भी छोड़ाने का प्रयास किया तो वह भी विद्युत चपेट में आकर झुलस गया। इसी दौरान अपने मालिक को तड़पता देखकर कुछ दूर पर बंधी भैंस भी अपना खूंटा उखाड़कर घटना स्थल पर पहुंच गई। हालांकि, तार की की चपेट में आने से उसकी भी मौत हो गई।
भैंस ने निभाई वफादारी
गांव के लोगों का कहना है कि यदि भैंस बीच में न आई होती तो बेटे की भी करेंट से मौत तय थी। भैंस ने आखिरकार अपनी जान देकर मालिक के बेटे को बचा लिया है हालांकि उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। इस घटना को लेकर आसपास के गांव में खूब चर्चा हो रही है। बड़ी संख्या में आसपास के लोग घटना स्थल पर पहुंच रहे हैं। घटना से परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा।