बेसिक शिक्षा निदेशक विजय किरन आनंद के निर्देश पर मंगलवार को बीएसए हेमंत राव ने बीईओ और एआरपी के साथ मिलकर कुल 84 विद्यालयों का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय अड़रिया का पूरा स्टाफ ही लापता मिला, जिसके बाद सभी छह शिक्षकों का वेतन रोक दिया। उनके अनुपस्थित मिलने पर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा। विद्यालयों के शिक्षकों में हडकंप मच गया। वहीं परिषदीय विद्यालयों में बने मध्यान्ह भोजन छात्रों के साथ बैठकर किया। सभी विद्यालयों में मीनू के अनुसार भोजन बनाने के लिए भी निदेर्शित किया।
शासन की ओर से लगातार परिषदीय विद्यालयों को कॉन्वेंट स्कूल के तर्ज पर तैयार करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए विद्यालयों में शैक्षिक सुधार सहित अन्य बिंदुओं पर भी कार्य किया जा रहा है। विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के पढ़ाई को लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव प्राथमिक विद्यालय अडरिया पहुंचे, जहां विद्यालय में अधिक अनियमितता मिलने पर प्रधानाध्यापक मनोरमा सिंह, सहायक अध्यापक सुनील राय, शिक्षामित्र सुरेश श्रीवास्तव, शिक्षामित्र सुखराम राम का वेतन रोकने का निर्देश दिया। प्राथमिक विद्यालय सुहवल पूर्वी-1 पर तीन शिक्षक सुशील प्रजापति, सुनीता कुमारी व अर्चना उपाध्याय अनुपस्थित थीं, दो कार्मिक सीसीएल पर मिले।
प्राथमिक विद्यालय बसुका का एक कार्मिक सीसीएल व एक अनुपस्थित मिला। प्राथमिक विद्यालय सोहला में ग्राम प्रधान की ओर से खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कराया गया है। ग्राम प्रधान के खिलाफ कार्रवाई के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने जिला पंचायत राज विभाग को पत्र लिखा है। प्राथमिक विद्यालय चकमहिबुल्लाह में एक सहायक अध्यापिका छह जुलाई से लगातार अनुपस्थित चल रही हैं। इस पर बीइओ रेवतीपुर को आख्या स्पष्टीकरण सहित उपलब्ध कराने को कहा गया है। प्राथमिक विद्यालय टौंगा में एक सहायक अध्यापक के अनुपस्थित होने पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि मंगलवार को टीम बनाकर 84 विद्यालयों का निरीक्षण किया। इसमें 371 अध्यापक, शिक्षामित्र व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत है। जिसके सापेक्ष 339 ही उपस्थिति मिली है। इसमें छह अध्यापक अनुपस्थित, तीन अध्यापिकाएं सीसीएल, 18 अध्यापक अवकाश, दो अध्यापिका मातृत्व अवकाश व तीन अध्यापक चिकित्सकीय अवकाश पर पाएं गए है। अनुपस्थित मिलने वाले शिक्षकों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।