बेहतर कनेक्टिविटी के लिए गाजीपुर जनपद में राजमार्ग और एक्सप्रेस वे बनाने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ने लगी है। चार लेन की ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के साथ अब दो लेन की एनएच 124 डी को लेकर भी कवायद शुरू हो गई है। सैदुपर बाईपास से मरदह एनएच 29 तक 53.95 किमी लंबे मार्ग के लिए 97.043 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण होगा। इसके लिए परियोजना में शामिल 56 गांव के किसानों का ग्राम प्रस्ताव मंगा लिया गया है।
फिलहाल, थ्री डी सत्यापन किया जा रहा है। अगस्त में जमीन अधिग्रहण शुरू होने की उम्मीद है। यह राजमार्ग गाजीपुर जनपद के कासिमाबाद, जखनिया और सैदपुर तहसील से होकर गुजरेगा। इसमें कासिमाबाद में नौ, सैदपुर में 13 और जखनिया के 38 गांव शामिल हैं। इन गांवों के पांच हजार किसानों की जमीन परियोजना के लिए ली जाएगी।
पिछले साल दिसंबर में केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर सैदपुर-सादात-मरदह नेशनल हाईवे 124 डी के निर्माण की मंजूरी दी थी। इस राजमार्ग के लिए शासन की ओर से 875 करोड़ रुपये का बजट दिया गया। पिछले महीनों में राजमार्ग के लिए टेंडर प्रक्रिया हुई। 392.47 करोड़ के कार्य को टेंडर के द्वारा कार्यदायी संस्था को 266.44 करोड़ रुपये में निर्माण कार्य के लिए सौंपा गया। 891 करोड़ में से शेष धनराशि को जिला प्रशासन को जमीन के अधिग्रहण और अन्य मदों में खर्च करनी है।
साल 2015 में सिन्हा ने दिया था प्रस्ताव
साल 2015 में गाजीपुर के तत्कालीन सांसद मनोज सिन्हा ने केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी को सैदपुर-सादात-मरदह राजमार्ग के निर्माण का प्रस्ताव भेजा था। जिसके जवाब में 23 मार्च 2016 को नितिन गडकरी द्वारा एक पत्र जारी कर उनके प्रस्ताव पर मंत्रालय द्वारा विचार करने का निर्णय की सूचना दी गई।
उसी के बाद 12 दिसंबर 2021 को नितिन गडकरी ने ट्वीट कर बताया कि एनएच 124डी को मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद से एनएच के निर्माण शुरू होने को लेकर कवायद शुरू हो गई थी। मुख्य राजस्व अधिकारी सुशील लाल श्रीवास्तव ने कहा कि एनएच 124 डी के लिए 56 गांवों का प्रस्ताव मंगा लिया गया है। थ्री डी सत्यापन के बाद जल्द ही भूमि अधिग्रहण शुरू किया जाएगा।