गाजीपुर में जिले की एक नगर पंचायत ऐसी है। जो पिछले कई सालों से करोड़ों के कर्ज में डूबी हुई है। कर्ज के चलते नगर पंचायत क्षेत्र में विकास भी प्रभावित हो रहा है। हम बात कर रहे हैं गाजीपुर जनपद के दिलदारनगर नगर पंचायत की। इस नगर पंचायत में विकास के कार्यों के लिए पिछली सपा सरकार के दौरान 21 करोड़ से ज्यादा का लोन बजट हासिल किया गया था। जिसकी भरपाई अनवरत जारी है।
दिलदारनगर नगर पंचायत चेयरमैन अविनाश जायसवाल ने बताया। कहा सपा सरकार के दौरान 2012-17 में तत्कालीन अध्यक्ष द्वारा विकास कार्यों के लिए नया सवेरा स्किम चलाया गया था। जिसके तहत 21 करोड़ 64 लाख धनराशि 14 फीसदी वार्षिक ब्याज पर ऋण के तौर पर लिया गया था। जिसकी किस्त के रूप में सात लाख रुपये हर महीने राज्य वित्त से मिलने वाली धनराशि में कटौती हो जाती है।
दिलदारनगर नगर पंचायत ऋण मुक्त हो पाएगा
अध्यक्ष अविनाश जायसवाल ने बताया, वर्ष 2055 तक किस्त जमा होगी। तब जाकर नगर पंचायत ऋण मुक्त हो पाएगा। अधिशासी अधिकारी मनोज पांडेय ने कहा, वर्तमान समय में सीमित बजट से ही नगर में विकास कार्य तेजी से हो रहा है। राज्य वित्त आयोग से मिलने वाली धनराशि से प्रति माह अनुमानित सात लाख रुपये पुराने ऋण के बकाया के एवज में कट जाता है।
प्रति माह ढाई लाख रुपये बिजली बिल देय होता है। ऋण की कटौती व बिजली बिल के बाद नपं को 15 लाख ही मिलता है, जिसमें 17 लाख रुपये कर्मचारियों का वेतन व पेंशन देना होता है। ऐसे में प्रति माह दो लाख नपं को घाटा हो रहा है।