राज्य में जल्द ही 83 हजार 300 शिक्षक, प्रधान शिक्षक व शारीरिक अनुदेशकों की बहाली होगी। बीपीएससी और शिक्षा विभाग के माध्यम से होने वाली इन नियुक्तियों की प्रक्रिया चल रही है। इनमें से कुछ भर्तियां तो जुलाई में ही पूरी हो जाएंगी। बुधवार को विधानसभा की दूसरी पाली में प्रथम अनुपूरक व्यय-विवरणी के तहत शिक्षा विभाग की अनुदान मांग पर हुए विमर्श के बाद सरकार की ओर से जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने यह घोषणा की।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा ऐसा क्षेत्र है जहां निवेश होता है। इसमें खर्च हुई राशि का परिणाम बाद में सामने आता है। शिक्षक व स्कूल भवनों की कमी का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा कि अभियान चलाकर शिक्षकों की बहाली की जा रही है। छठे चरण में अब तक 42 हजार से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है। तीन हजार और शिक्षकों की बहाली 15 दिनों में पूरी कर ली जाएगी। राज्य में पहली बार 40 हजार से अधिक प्रधान शिक्षक के पद सृजित किए गए हैं। बीपीएससी के माध्यम से इनकी नियुक्ति जल्द होगी। इंटर स्कूल के लिए 5300 प्रधानाध्यापक के पद सृजित किए गए हैं। बीपीएससी ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। 30 हजार माध्यमिक व उच्च माध्यिक विद्यालयों के लिए शिक्षक बहाल किए जाएंगे। इसका शिड्यूल जारी कर दिया गया है।
मंत्री ने कहा कि 8386 शारीरिक शिक्षक अनुदेशक के पद सृजित किए गए हैं। हर विद्यालय में एक-एक शिक्षक बहाल होंगे। तीन हजार शारीरिक शिक्षक अनुदेशक बहाल हुए हैं। बाकी पांच हजार के लिए जल्द पात्रता परीक्षा का आयोजन होगा। हर पंचायत में प्लस टू स्कूल हैं। इनमें पर्याप्त कमरों के लिए 7500 करोड़ खर्च करने की योजना है। हर अनुमंडल में एक डिग्री कॉलेज खोले गए। सकल नामांकन अनुपात अभी 20 फीसदी से अधिक है। सरकार की मंशा इसे और बढ़ाने की है। 41 वर्ष के बाद पहली बार मदरसा को लेकर नियमावली बनाई जा रही है। सदन में विपक्षी सदस्यों की गैर मौजूदगी पर मंत्री ने कहा कि शिक्षा से दूरी बनाने वाले कभी सफल नहीं हो सकते।
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