रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। ट्रेन लेट होने की शिकायत से उन्हें जल्द मुक्ति मिलने वाली है। आगरा रेल मंडल से गुजरने वाली 50 से अधिक ट्रेनों का टाइम एक जुलाई से बदल सकता है। ट्रेनों की रफ्तार 110 से 130 किमी प्रति घंटे तक बढ़ेगी। इस बदलाव से ट्रेनें पूर्व निर्धारित समय से पहले ही गंतव्य स्टेशनों तक पहुंच जाएगी।
आगरा रेल मंडल से गुजरने वालीं 150 से अधिक ट्रेनों के टाइम-टेबल में एक जुलाई से परिवर्तन होने जा रहा है। ट्रेनों की अधिकतम रफ्तार 110 से 130 किमी प्रतिघंटा हो जाने से यह ट्रेनें 3 से लेकर 35 मिनट तक पहले पहुंचने लगेंगी। इन ट्रेनों में शताब्दी, कामायनी, संपर्क क्रांति, गोवा एक्सप्रेस, तमिलनाडु समेत 11 जोड़ी मुख्य ट्रेनें भी शामिल हैं। रेल प्रशासन का कहना है कि टाइम-टेबल में कुछ इस तरह परिवर्तन किए जा रहे हैं, फायदा सीधेतौर पर यात्रियों को मिल सके।
खराब भोजन पर लगेगा ऑन स्पॉट फाइन
लंबी दूरी की गाड़ियों में यात्रियों की भोजन व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए रेलवे अब विशेष अभियान चलाने जा रही है। एक जुलाई से शुरू अभियान में रेल अफसर ट्रेनों के स्लीपर कोच में सफर करेंगे और खाने की गुणवत्ता को परखेंगे। खाने की गुणवत्ता खराब निकली तो ऑन द स्पॉट फाइन किया जाएगा। यह जुर्माना 1000 से 20 हजार तक का वेंडर और कांट्रैक्टर पर लगेगा।
इन ट्रेनों के समय पर पड़ेगा असर
शताब्दी 18 से 25 मिनिट, कर्नाटक 15 से 20 मिनिट, तमिलनाडु 12 से 18 मिनिट, केरल 11 से 15 मिनिट, जीटी 9 से 14 मिनिट, गोवा 12 से 18 मिनिट, यशवंतपुर संपर्क क्रांति 10 से 12 मिनिट समेत तमाम ट्रेनों के समय में बदलाव होगा। यह ट्रेनें पूर्व निर्धारित वक्त से पहले अगले स्टेशन पहुंचेंगी।
रेलवे ने अधिकारियों को जवाबदेह बनाया
भारतीय रेल यात्रियों की सुविधा बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में रेलवे 1 जुलाई से अपनी कई व्यवस्थाओं में परिवर्तन कर रहा है। इस परिवर्तन का असर यात्रियों को बेहतर सुविधा के रूप में मिलने वाला है। रेलवे ने व्यवस्था परिवर्तन के लिए सीधे-सीधे अधिकारियों को जवाबदेह बनाने जा रहा है। यात्रियों को असुविधा पर अब रेल अधिकारी जवाबदेह होंगे। रेल अफसर स्लीपर कोच में सफर करके यात्रियों की परेशानी भी जानेंगे।