गाजीपुर में एक वक्त ऐसा भी था। जब गाजीपुर के रेलवे स्टेशन पर रेल महकमे की खास नजर हुआ करती थी। हफ्ते 2 हफ्ते में वरिष्ठ रेल अधिकारी रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का हाल जानने और सुधारने पहुंच ही जाया करते थे। क्योंकि उस वक्त गाजीपुर के मनोज सिन्हा देश के रेल राज्य मंत्री हुआ करते थे। जिस कारण चमचमाते रेलवे स्टेशन यात्री सुविधाओं से लवरेज हुआ करते थे।
आज यात्री सुविधाएं दम तोड़ती नजर आ रही हैं। प्रचंड गर्मी भरे मौसम में बेहतरीन रेलवे स्टेशनों में शुमार गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को शुद्ध एवं ठंडा पेयजल भी नसीब नहीं हो रहा। यहां सबसे अधिक ट्रेनों का आवागमन होने वाले प्लेटफार्म नंबर एक और दो पर बनाए गए चारों वाटर कूलर खराब पड़े हैं। एक नंबर प्लेटफार्म पर वाटर कूलर से पानी सप्लाई भी बंद है जबकि दो नंबर प्लेटफार्म पर वाटर कूलर से सिर्फ गरम पानी आ रहा है। ऐसे में पूरे स्टेशन परिसर के ठंडे पेयजल के लिए यात्रियों को तरसना पड़ रहा है। आम यात्रियों को थक हारकर कम से कम 20 रुपये में बोतल बंद पानी खरीदने की विवशता देखने को मिल रही है।
प्लेटफार्म पर लगे वाटर कूलर बंद
पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने अपने गृह जनपद के गाजीपुर सिटी रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण, चौड़ीकरण, नई ट्रेन सुविधा सहित अन्य कई प्रकार की यात्री सुविधाएं मुहैया कराया था। स्टेशन परिसर को काफी सुविधायुक्त कर दिया गया, लेकिन अब अधिकारियों की अनदेखी के चलते स्टेशन की सुविधाएं डवांडोल होती जा रही है। इस समय गर्मी लगातार बढ़ रही है। तापमान 40 के पार पहुंच गया है। पिछले 3-4 हफ्ते से गर्मी बढ़ने से लोगो मे पेयजल की मांग भी बढ़ चुकी है।
बावजूद इसके स्थानीय रेलवे प्रशासन ने पूरे स्टेशन परिसर का एक भी वाटर कूलर मरम्मत नहीं कराया। यात्रियों का आरोप है कि स्टेशन परिसर की दुकानों के मिलीभगत के चलते यहां का खराब वाटर कूलर जानबूझ कर नहीं बनवाया जा रहा है। जिससे बोतलबंद पानी की बिक्री हो सके। यात्रियों ने जल्द से जल्द रेलवे स्टेशन परिसर में पीतल के जल की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है।