गाजीपुर के रेवतीपुर क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव में शुक्रवार की दोपहर हाईटेंशन तार की जद में आने से भूसा बना रहे ट्रैक्टर चालक सुधीर कुमार (30) की मौत हो गई। वहीं देखते ही देखते ट्रैक्टर में आग लग गई, इससे पांच लोगों का चार बीघा गेहूं की फसल भी जलकर राख हो गई। स्थानीय ग्रामीण व कोचिग पढ़ रहे बच्चों के अथक प्रयास के बाद आग पर काबू पाया जा सका। वहीं करीब एक घंटा बाद पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी वापस हो गई।
त्रिलोकपुर निवासी बबलू सिंह ने भूसा बनाने की मशीन खरीदी हैं। हारवेस्टर से जिस खेत में कटाई होती है। वहां इस मशीन से भूसा बनाया जाता है। इसे चलाने के लिए उन्होंने लखीमपुरखीरी के मुहम्मदी थाना क्षेत्र के प्रवासनगर निवासी सुधीर कुमार को रखा था। शुक्रवार को गांव के वशिष्ट शर्मा के खेत में सुधीर भूसा बना रहा था। खेत में ही विद्युत तार काफी नीचे लटका हुआ था। चालक की नजर इस पर नहीं पड़ी। वह जैसे ही उसके पास पहुंचा ट्रैक्टर का ऊपरी हिस्सा तार में सट गया।
इससे ट्रैक्टर तुरंत रुक गया और करंट की चपेट में आने से चालक गंभीर रूप से झुलस गया। तत्काल बिजली कटवाने के बाद ग्रामीण चालक को लेकर स्थानीय सीएचसी ले गए, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इधर तार में ट्रैक्टर के सटने के बाद निकली चिगारी से भीषण आग लग गई। आग की लपटे देखकर ग्रामीणों के साथ ही कोचिग पढ़ रहे छात्र पहुंच गए। कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया।
सेवराई तहसीलदार रामजी, नायब तहसीलदार कौशल चौरसिया, कानूनगो राकेश राय, लेखपाल अजीत कुमार मौके पर पहुंचकर क्षतिपूर्ति के आकलन करने के साथ ही घटना के बारे में जानकारी ली। पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं चालक के स्वजन को भी सूचित कर दिया गया है, जो शव लेने के लिए आ रहे हैं। 50 पेड़ जलकर राख
भांवरकोल के मसोन स्थित बाग में बिजली का तार टूटकर गिरने से शंकर राय, कमलेश राय, मनोज राय, अशोक राय, वीरेंद्र राय, अनिल राय, अवधेश राय, बालेश्वर राय आदि किसानों के आम, कटहल, श्रीफल, जामुन व बांस खूंटी सहित लगभग 50-60 पेड़ जल गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत से आग बुझाया। ग्राम प्रधान आकाश राय ने बताया कि राजकीय नलकूप खराब होने से आग पर काबू पाने में परेशानी हुई।
जर्जर तार बने जानलेवा, विभाग मौन
दिलदारनगर के भदौरा ब्लाक के उसिया गांव में विद्युत विभाग की लापरवाही से जर्जर तार जानलेवा बने हुए हैं। गांव में जगह-जगह तार लटके हुए हैं। कई बार तो तार टूटने से मवेशियों की मौत हो गई है। तार को जगह-जगह जोड़कर किसी तरह बिजली की आपूर्ति हो रही है। ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया गया। गांव के बबलू, सरफराज, आरिफ आदि ने बताया की जर्जर तार प्रतिदिन टूट कर गिर जा रहे हैं। अगर समय रहते विभाग समस्या को हल नहीं करता है तो, आने वाले समय में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। अवर अभियंता तपस कुमार ने बताया कि जर्जर तार बदलने का प्रस्ताव भेजा गया है।