टोल टैक्स के बढ़ने का असर रोडवेज के यात्रियों पर पड़ने लगा है। इसके बढ़ने से रोडवेज प्रशासन ने भी यात्री किराए में वृद्धि कर दी है। इसे लेकर यहां की डिपो से वाराणसी, फैजाबाद, मथुरा, लखनऊ, कानपुर सहित दिल्ली तक के टोल रूटों पर चलने वाली बसों के किराये में टोल टैक्स के हिसाब से वृद्धि कर दी गयी है। जहां से इसका असर आम यात्रियों की जेबों पर पड़ने लगा है। इसे लेकर रोडवेज कंडक्टरों से यात्रियों की किचकिच भी होने लगी है। सरकार के इस निर्णय को भी कोस रहे हैं। बढ़े किराए से नाराज लोगों का कहना है कि लगातार महंगाई बढ़ रही है, अब ऊपर से सफर भी महंगा हो गया।
टोल टैक्स के बढ़ने के चलते प्रत्येक वर्ष एक अप्रैल से राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल टैक्स बढ़ा दिया जाता है। इस बार भी इसके बढ़ाये जाने से टोल प्लाजा वाले सभी रूटों पर संचालित होने वाली रोडवेज बसों के किराये में एक से तीन रुपये तक का इजाफा किया गया है। वहीं इस डिपो से दिल्ली तक जाने वाली बस के किराये में 27 रुपये का अंतर आ गया है। इन सभी बढ़े किराये को तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है। जहां इसे यात्रियों से वसूले जाने का भी काम किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अभी टोल टैक्स की बढ़ोत्तरी की वजह से ही किराया बढ़ाया गया है।
डीजल के बढ़ते दाम की वृद्धि का अभी किराये पर असर नहीं पड़ा है। हालांकि, इसके लिए अभी विचार किया गया जा रहा। यह निर्णय मुख्यालय से ही लिया जाएगा। निगम ने साधारण बसों में सौ किलोमीटर तक का सफर करने वाले यात्रियों से 1 रुपये से लेकर डेढ़ रुपए तक किराए को बढ़ाया है, वहीं इससे ऊपर की दूरी पर दो से तीन रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। इस बारे में रोडवेज के एआरएम वीके पाण्डेय ने बताया कि टोल में बढ़ी हुई दरों की समीक्षा करने के बाद निगम ने बसों को किराया बढ़ाए जाने का फैसला लिया है। टोल टैक्स में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बढ़ोतरी हुई है। इसके चलते टोल वाले रूटों की बसों के किराये में एक से तीन रुपये किराया बढ़ाया गया है। डीजल के बढ़े दाम को लेकर किराये में किये जाने वाली वृद्धि पर अभी विचार किया जा रहा है।
रूट किराया पहले, किराया अब
लखनऊ - 442 - 444
वाराणसी- 102 - 104
फैजाबाद- 264 -265
कानपुर- 544 - 547
दिल्ली- 990 - 1017