गाजीपुर शहर के लंका-बाइपास के समीप बना बसों के लिए यात्री प्रतीक्षालय लंबे समय से उपेक्षा का शिकार है। यहां का शेड काफी क्षतिग्रस्त हो गया है। इसे ठीक नहीं कराये जाने के चलते यहां बसों का इंतजार करने वाले यात्री टूटे शेड के नीचे बैठने को विवश होते हैं। जबकि, पड़ रही भीषण गर्मी के साथ हो रही कड़ी धूप यहां बैठना तक मुश्किल कर देती है।
शेड के ऊपर का हिस्सा लंबे समय से टूटा पड़ा है। धूप की तीखी किरण सीधे यात्री के ऊपर पड़ती है। मजबूरी में यात्री यहां बैठे रहते हैं, ताकि बस पकड़ सकें। यहां रोडवेज के साथ ही अन्य बसें भी रुकती है। इस यात्री शेड को पूर्व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने अपने कार्यकाल में बनवाया था। उनके कार्यकाल तक तो स्थिति ठीक थी।
रंगाई-पुताई के साथ इसका ध्यान रखा जाता था। करीब पांच वर्ष पूर्व किसी बड़े वाहन ने इसमें टक्कर मार दी थी। इससे ऊपर सहित किनारे लगा शेड टूट गया। इसके बाद से यह आज तक यथास्थिति में है। बस पकड़ने के लिए आने वाले यात्री इसकी दशा देखकर मायूस हो जाते हैं। उनका कहना रहता है कि सार्वजनिक स्थल पर होने के बावजूद इसकी उपेक्षा बनी है।