गाजीपुर में शहर से लेकर देहात तक मां के मंदिरों में नवरात्र की तैयारियां चल रही है। प्रसिद्ध देवी मंदिरों में चैत्र नवरात्र को लेकर मां के दरबार सजकर तैयार हो गए हैं। पूर्वांचल के प्रसिद्ध शक्ति पीठ के रूप में विख्यात गहमर के करहिया में स्थित मां कामाख्या धाम को संजाने-संवारने का कार्य चल रहा है।
दर्शन-पूजन में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसकी मुकम्मल व्यवस्था मंदिर समिति की तरफ से की जा रही है। नवरात्र शुरुआत से एक दिन तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। धाम पर लगातार नौ दिनों तक भक्ति की बयार बहेगी। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ ही तीसरे आंख भी निगरानी रखेगी।
दो अप्रैल शनिवार से चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर चैत्र नवरात्र का आगाज हो रहा है। नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र में मां कामाख्या धाम में जिले के साथ ही प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों सहित बिहार, दिल्ली आदि से बड़ी संख्या में भक्त देवी का दर्शन करने के लिए आते है। नवरात्र पर नौ दिनों तक मंदिर परिसर में मेला लगता है। इसको देखते हुए मंदिर परिसर से साफ-सफाई के साथ ही अन्य तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है।
इसके अलावा करीमुद्दीनपुर स्थित मां कष्टहरण देवी, रेवतीपुर स्थित मां भगवती, बहादुरगंज में स्थित मां चंडी देवी, सैदपुर स्थित मां काली धाम भी सज रहा है। मंदिरों में सफाई के साथ ही रंग रोगन किया गया। वहीं दूसरी ओर माता रानी के श्रृंगार और पूजन सामग्री की दुकानें भी सजने लगी हैं। मंदिर के बाहर फूल और पूजन सामग्री की दुकान भी से गई है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मां कामाख्या धाम में दो प्लाजमा स्क्रीन लगाये जायेंगे। जहां माता के गर्भगृह का लाइव दर्शन किया जा सकेगा। इस सुविधा बढ़ती भीड़ व श्रद्धालुओं की मांग को देखते हुए पूजा समिति की ओर से की गयी है।
शहर के मंदिरों में शुरू हो गयी तैयारियां
गाजीपुर शहर के भी सभी मंदिरों में नवरात्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी हैं। सकलेनाबाद स्थित दुर्गा मंदिर, नवाब साहब फाटक स्थित शीतला माता मंदिर, कालीधाम स्थित मंदिर, चंदननगर स्थित शीतला माता मंदिर, बौड़हिया मठ स्थित मां दुर्गा मंदिर, बेगमपुरा स्थित मां काली मंदिर, मिश्रबाजार स्थित मंदिर सहित सभी मंदिरों में वासंतिक नवरात्र को लेकर भीड़ जुटेगी।
सज गयी पूजा सामग्री की दुकानें
गाजीपुर शहर के प्रमुख बाजारों में नवरात्र को लेकर पूजा सामग्री की दुकानें सज गयी हैं। शहर के मिश्रबाजार, महुआबाग, चीतनाथ, नवाब साहब फाटक, गोराबाजार, सिटी रेलवे स्टेशन रोड, भुतहियाटांड आदि इलाकों में पूजा को लेकर दुकानें लग गयी हैं। जहां खरीदारी के लिए लोग पहुंच रहे हैं। इस बार भी आकर्षक चुनरी मंगाई गयी है, जो 500 रुपये लेकर 2500 रुपये तक के बिक रहे हैं।
रखे गए डस्टबिन
कामाख्या धाम में मेला परिसर में गंदगी न फैले, इसके लिए जगह-जगह कूड़ा दान स्थापित किए गए हैं। प्रसाद की दुकानें भी पूरी तरह से सज गई है। असमाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए मंदिर परिसर के अतिरिक्त भीड़ वाले क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं तथा वाहनों की आवाजाही को सुचारू रूप से चलाने के भी इंतजाम किया गया है।
तैनात रहेगा सुरक्षा बल
कोतवाल त्रिवेणी लाल सेन ने बताया कि थाने की फोर्स के अलावा जिले से अतिरिक्त पुलिस बल लगाया जाएगा, जिसमें महिला एवं पुरुष आरक्षी होंगे। सीसी टीवी के अलावा एचएफएमडी एवं डीएफएमडी भी लगाया गया है। फायर ब्रिगेड की गाड़ी, एम्बुलेंस मौजूद रहेगी। चोर-उच्चक्को पर नजर रखने के लिए सादे कपड़ों में पुलिस के जवान मेले के हिस्से में चक्रमण करते रहेंगे। मेला के दौरान विस्फोटक सामग्री, आग्रेय शस्त्रों को लाने एवं ले जाने के अतिरिक्त नारियल चढ़ाने एवं ऊंची आवाज में बैंड अथवा ढोल बजाने पर प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दो प्लाजमा स्क्रीन पर माता के लाइव दर्शन की व्यवस्था भी की गई है। जो भी मेला में व्यवधान या अवांछनीय हरकत करते हुए पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी।