इधर बीच पड़ रही भीषण गर्मी के बीच शनिवार की सुबह आसमान में छाये बादलों को देख अमजन राहत की सांस ले रहे थे, तो वहीं किसान वर्ग सकते में आ गये हैं। क्योंकि खेतों में अभी गेहूं की कटाई पूरी नहीं हुई है। वहीं जहां कटाई हो गयी है, वहां गेहूं खलिहानों में पड़े हैं। कई जगहों पर मड़ाई व थ्रेसरिंग का भी कार्य चल रहा है। अगर ऐसे में आंधी व बाशित होती है, तो इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बदलते मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच सुबह पश्चिम की तरफ से आसमान में काले बादलों के आने का क्रम शुरू हो गया था, जिसका क्रम में सुबह 11 बजे तक बना रहा। इसके बाद फिर आसमान साफ होने लगा और देखते ही देखते आसमान से अंगारे बरसने लगे। फिर 1:00 के लगभग आसमान में टुकड़े-टुकड़े में बादलों के आने का क्रम शुरू हो गया, लेकिन गर्मी व उमस का आलम बना रहा। यह कम होने का नाम नहीं ले रही थी। इस बीच तापमान 41.4 डिग्री तक पहुंचा रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 26 डिग्री पर बना रहा।
आसमान में बादलों को देख लोग जहां सुबह राहत महसूस कर रहे थे, वहीं दोपहर में बिलबिला उठे। उनका कहना था कि बादलों के आने के बावजूद कोई राहत नहीं मिल रही है। हालांकि, बादलों को देख यह कयास लगाया जाने लगा है कि आने वाले दिनों में आंधी-बारिश हो सकती है। इसे लेकर मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि आंधी-पानी इस सीजन में होता है। आसमान में बादलों को देख यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ऐसी स्थिति हो सकती है। इसे लेकर खेतीबाड़ में लगे किसानों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। गेहूं की फसल की जल्द से जल्द कटाई कर सुरक्षित कर लें, अन्यथा नुकसान उठाना पड़ सकता है।