जलनिगम के अधिकारियों एवं पानी टंकी का संचालन का प्रभार संभाल रही मेदिनीपुर ग्राम पंचायत की उदासीनता के चलते मिर्जापुर गांव के लोगों का पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। गांव के पास भूमिगत पाइपलाइन पिछले 10 दिनों से क्षतिग्रस्त है।
बावजूद जिम्मेदार मौन साधे है, भूमिगत पाइप फटने से मिर्जापुर गाँव के करीब दो सौ घरों की आपूर्ति ठप है । अभी तक जिम्मेदारों के द्वारा इसकी मरम्मत तक नहीं कराई जा सकी है । उपभोक्ताओं ने मांग की है कि जल्द से जल्द इसकी मरम्मत कराई जाए।
उपभोक्ताओं को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। इसको लेकर में आक्रोश देखा जा रहा है। प्रतिदिन हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है । पाइप लाइन की मरम्मत कब तक की जाएगी। इसका समुचित जवाब कोई दे नहीं रहा है। लोगों ने बताया कि इसको लेकर संम्बन्धित जिम्मेदारों के यहां कई बार भागदौड करने के साथ ही शिकायत किय गया, मगर स्थिति यथावत बनी हुई है । गर्मी के इस मौसम में लोगो को प्यास बुझाने के लिए हैंडपंपों का सहारा लेना पड़ रहा है ।
कहा कि जिम्मेदारों के द्वारा जिस तरह से घोर लापरवाही बरती जा रही है ,उससे एक तरफ लोगों के घरों को आपूर्ति नहीं मिल पा रही है ,वहीं सरकार की योजना भी फ्लाप साबित होती दिख रही है। मेदिनीपुर ग्राम पंचायत में नीरनिर्मल परियोजना के करीब 6 करोड़ 62 लाख 75 हजार की लागत 1200 किलो लीटर क्षमता वाली पानी टंकी से आपूर्ति के लिए 46 हजार 686 मीटर पाइपलाइन बिछाई गई है ।
इस पानी टंकी से क्षेत्र के आठ गावों मेदिनीपुर ,ताडीघाट , सुजानपुर ,बवाडा ,गंगबरार बवाडा, भिख्खिचौरा ,रमवल, मिर्जापुर को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। जल निगम तृतीय के एई एसएफ कौशिक ने बताया कि क्षतिग्रस्त पाइपलाइन को जल्द दुरुस्त करा दिया जायेगा।