पछुआ हवा के चलने से दिन भर बदन झुलसता रहा। हालांकि तापमान 38 डिग्री सेल्सियस ही रहा लेकिन धूप में निकलने पर सेंक लग रही थी। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अप्रैल मे 40 से 41 डिग्री सेंटीग्रेट तक तापमान हो सकता है।
पीजी कालेज स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के पांच दिन के पूर्वानुमान के मुताबिक, मौसम शुष्क व साफ रहने की संभावना है। हालांकि बारिश होने की संभावना नहीं है। इस दौरान अधिकतम तापमान 40 से 41 डिग्री सेंटीग्रेड व न्यूनतम तापमान 21 से 23 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच रहने की संभावना है। इस दौरान पूर्वी हवा औसत 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा से चलने की उम्मीद है।
अरहर, जौ, सरसों व अलसी आदि रबी की फसलों की कटाई समय से पूरा कर लें। गर्म मौसम को देखते हुए मौसमी फल व सब्जियों का सेवन करने की सलाह दी गई है। साथ ही रोजाना तीन से चार लीटर पानी का पूरे दिन में सेवन करें। साथ ही मुंह ढककर बाहर निकलें। इस दौरान पशुओं को कई रोग होते हैं जिसको देखते हुए पशुशाला की सफाई करें। साथ ही आवास को गर्मी के अनुकूल बनाएं और गर्भित पशु के भोजन में दाना की मात्रा बढ़ा दें। साथ ही पशुओं में पेट के कीड़े की दवा भी दें।
किसानों को सलाह दी गई है कि बेल वाली सब्जियों जैसे लौकी, करेला, खीरा व नेनुआ के छोटे पौधे में लाल भ्रंग कीट की निगरानी करें। कीटों की संख्या अधिक होने पर क्लोरोपायरिफास दो फीसदी का 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से छिडकाव करें। यह जानकारी पीजीसी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि व मौसम विशेषज्ञ वैज्ञानिक कपिलदेव शर्मा दी।