ब्लाक अंतर्गत करंजी हरिहर गांव में सोमवार की रात करीब मड़ाई के लिए इकट्ठा 250 बोझ गेहूं जलकर राख हो गया। गेहूं में लगी आग बुझाने का प्रयास हुआ लेकिन आग की विकरालता ने कई बोझ लील लिए। आगलगी के बाद किसान बर्बाद होने से गमगीन हैं।
करंजी हरिहर गांव के चंद्रकांत मौर्य करीब 3 बीघा गेहूं काटकर मड़ाई के लिए खेत में इकट्ठा किए थे। रात में 10:00 बजे ट्रैक्टर आने वाला था उससे पहले ही अचानक चिंगारी एक बोझ में लगी और आग ने विकराल रूप ले लिया। गेहूं जलकर खाक हो गया। ग्रामीणों ने मिलकर इसी तरह करीब 40 बोझ गेहूं बचा पाए गनीमत रही कि आग पश्चिम से लगी थी और रात में पुरवा हवा चल रही थी अन्यथा और भी नुकसान हो जाता।
सुबह 11 से शाम चार बजे तक बिजली कटौती
बिजली के तारों से निकली चिगारी से गेहूं की फसल में आग की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए विद्युत उपकेंद्र बारा से जुड़े गांवों में सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक की बिजली कटौती शुरू कर दी गई है। एसएसओ कैलाश यादव ने बताया कि अभी बहुत से किसानों की गेहूं की फसल खेतों में पड़ी है और दोपहर के समय तेज धूप होने पर तार टूटने की आशंका रहती है।