विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए परिवहन विभाग की ओर से वाहन स्वामियों को पुलिस के जरिए अधिग्रहण की नोटिस तामिल होने के बाद भी भेजने में बेहानेबाजी कर रहे हैं। कोई वाहन स्वामी कोरोना संक्रमण के चलते बसें खड़ी रहने, खराब होनेे के साथ चालक मौजूद नहीं होने का बहानेबाजी कर रहे हैं, आवेदन करने वालों की संख्या 100 से अधिक पहुंच चुकी है, ऐसे में परिवहन विभाग को जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से वाहनों के भेजे गए डिमांड को पूरा कर पाना संभव नहीं है। एआरटीओ ने निर्वाचन परिवहन लिपिक प्रभारी को वाहन नहीं भेजने वाले वाहनों की सूची बनाने के साथ थाने में मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है।
जिले के आठों विधानसभा क्षेत्र में चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला निर्वाचन अधिकरी ने परिवहन विभाग से 921 बस (बड़े) व 1418 चार पहिया वाहनों (हल्के) की डिमांड की है। परिवहन विभाग ने वाहन स्वामियों की सूची बनाने के साथ स्थानीय पुलिस की मदद ने नोटिस तामिल करा दी। अब वाहन स्वामी निर्वाचन कार्य में वाहन भेजने में बहानेबाजी कर रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा ने एआरटीओ को वाहन नहीं भेजने वाले वाहन स्वामियों की सूची बनाने के साथ उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। वहीं, देवरिया में छठें चरण का विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए सोमवार को 189 बड़ी बसें देवरिया भेंजी गई। वह बसें लौटने के साथ बनारस के विधानसभा चुनाव में लगाई जाएंगी। उन बसों की सूची देवरिया के जिला निवार्चन अधिकारी को भेज दी गई है जिससे रास्ते में उन्हें कोई परेशान नहीं करे या दूसरे जनपद के परिवहन अधिकारी चुनाव के लिए नहीं पकडे।
बोले अधिकारी :
विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए सभी वाहन स्वामियों को 30 जनवरी तक नोटिस भेज दी गई थी जिससे अपने वाहनों को मरम्मत करा लें। अब वह वाहन भेजने में बहानेबाजी कर रहे हैं। ऐसे वाहन स्वामियों को सूची बनाने के साथ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।