वाराणसी से आई एंटी करप्शन की टीम ने आज यानी मंगलवार की सुबह गाजीपुर जिले में पुलिस विभाग में जारी भ्रष्टाचार को लेकर कार्रवाई की। वहीं शहर कोतवाली के राइफल क्लब के सामने एंटी करप्शन की टीम ने कार्रवाई की तो आरोपित के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगीं। आरोपित को गिरफ्तार करने के बाद विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। वहीं विभाग की ओर से भी आरोपित भ्रष्ट दारोगा पर कार्रवाई की तैयारी है।
गाजीपुर जिले के जमानियां थाने में तैनात उपनिरीक्षक अनिल कुमार सिंह को सोमवार की दोपहर शहर कोतवाली के राइफल क्लब के सामने से वाराणसी से आई एंटी करप्शन की टीम ने 15 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथ गिफ्तार कर लिया। टीम की इस कार्रवाई से जिले के पुलिस महकमे में पूरी तरह से खलबली मची हुई है। कार्रवाई की जानकारी होने के बाद पुलिस विभाग में इस प्रकरण की खूब चर्चा हो रही है।
जमानियां कोतवाली के गोपालपुर निवासी कृष्ण कुमार सिंह से एक मुकदमे में नाम निकालने के लिए एसआई ने 15 हजार रुपये की मांग की थी। कृष्ण कुमार की ओर से बार-बार निवेदन करने पर भी वह नहीं सुन रहा था। इससे परेशान कृष्ण कुमार सिंह ने एंटी करप्शन में शिकायत की थी। इसपर टीम मंगलवार की सुबह की बताए स्थान पर पहुंच गई। जैसे एसआई ने घुस की रकम ली, टीम ने दबोच लिया।
अभी वह कुछ समझते तबतक तुरन्त उसे अपनी जीप में बैठा लिया और कोतवाली लेकर आई। एंटी करप्शन की इस कार्रवाई से पुलिस महकमें में खलबली मची हुई है। एसआई अनिल कुमार सिंह मीरजापुर जनपद के चील्ह थाना क्षेत्र के थुलुआ गांव का रहने वाला है। गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक अशोक कुमार सिंह, विनोद कुमार यादव, संध्या सिंह, मुख्य आरक्षी शैलेन्द्र कुमार राय, सुशील कुमार यादव, पुनीत कुमार सिंह, कांस्टेबल सुमित कुमार भारती व चालक अश्वनी कुमार पांडेय रहे।