गाजीपुर के सैदपुर में वह दिन दूर नहीं जब निजी विद्यालयों की तरह ही सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में भी बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। बच्चों के पीजी और केजी स्तर की पढ़ाई के लिए आंगनबाड़ी और नोडल शिक्षक मिलकर बाल वाटिका में काम करेंगे। ताकि बच्चा कक्षा एक की शिक्षा को आसानी से ग्रहण करने लायक बन सके।
इसके लिए बुधवार को सैदपुर नगर स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यालय पूर्व बाल शिक्षण व विकास कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु, बेसिक शिक्षा विभाग के साथ बाल विकास विभाग ने भी भाग लिया। कार्यशाला का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यशाला में 16 मास्टर ट्रेनर और प्राथमिक विद्यालय से सम्बद्ध आंगनबाड़ी कार्यकत्री शामिल हुई। जिसमें मास्टर ट्रेनर ने आशा कार्यकत्रियों संग कक्षा एक में नामांकन कराने से पूर्व, बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास पर चर्चा किया। ताकि कक्षा एक में एडमिशन के पूर्व, बच्चा उस स्तर की शिक्षा के लिए तैयार हो सके। जिससे कि उसकी प्राथमिक शिक्षा की मजबूत आधारशिला तैयार की जा सके।
ट्रेनर राघवेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि, कार्यशाला का उद्देश्य है कि कक्षा एक में जाने के पहले, बच्चा आंगनबाड़ी और नोडल शिक्षक के माध्यम से तैयार रहे। ताकि वह कक्षा एक में मिलने वाली शिक्षा को सही तरीके से समझ और ग्रहण कर सके। साथ ही उसका मानसिक और शारीरिक विकास भी सही तरीके से हो।
आंगनबाड़ी और शिक्षक बच्चों के प्राथमिक शिक्षा और शारीरिक विकास के लिए मिलकर काम करेंगे। इसे बाल वाटिका नाम दिया गया है। ट्रेनर हेमलता जयसवाल, संतोष राय, संजय सिंह, तथा एआरपी अरुण कुमार पांडेय, राजेश कुमार गिरि, विजय अमृत राज आदि शामिल रहे।