कोतवाली क्षेत्र के मड़ही गांव निवासी लाइनमैन राजेश चौहान की शनिवार को अबूझ हाल में मौत हो गई थी। रविवार को मृतक के परिजनों ने दोपहर एक बजे कासिमाबाद चौक को जाम कर दिया। साथ ही घटना का पर्दाफाश करने और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। पुलिस ने समझाबुझाकर आधे घंटे बाद जाम समाप्त करा दिया। इधर पुलिस अब तक हत्याकांड की गुत्थी नहीं सुलझा सकी है।
मालूम हो कि राजेश चौहान (40) वर्ष संविदा पर लाइनमैन का काम करता था। शुक्रवार की रात करीब आठ बजे परिवार के साथ खाना खाकर घर से निकले थे। दूसरे दिन शनिवार की सुबह परिजनों को उनके मौत की सूचना मिली तो वह रोते- बिलखतेघटनास्थल पर पहुंच गए। राजेश चौहान का शव घर से तीन मीटर दूर खजूरगांव मठिया गांव निवासी सोना खरवार की झोपड़ी में जमीन पर मृत अवस्था में पड़ा मिला था। मृतक की बाई आंख फूटी गई थी और रक्तस्राव हो रहा था।
सुबह मृतक के परिजन कोतवाली पहुंचे और घटना के पर्दाफाश की मांग करने लगे। इसके बाद दोपहर एक बजे कासिमाबाद चौक को जाम कर दिया। आधा घंटा बाद पुलिस ने पहुंचकर परिजनों को समझाबुझाकर जाम समाप्त कराया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि वारादात के 24 घंटे से ऊपर हो गए और पुलिस एक महिला को थाने में बैठाए हुए है। इसके बावजूद किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पहले में हुई घटनाओं का पर्दाफाश भी पुलिस नहीं कर सकी है। इससे अंदेशा है कि पुलिस इसमें लीपापोती कर सकती है। थानाध्यक्ष रामाश्रय राय ने बताया कि महिला से पूछताछ चल रही है। घटना की वास्तविक जानकारी में समय लग सकता है।