पूर्वांचल में चुनाव का अंतिम दौर सातवें चरण में होने की वजह से स्थानीय मुद्दों को लेकर अब काशी के गंगा घाटों पर भी विकास की चर्चाएं आम हैं। काशी के नाविकों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में बीते कुछ वर्षों में उनकी आय में करीब 10 गुना तक का इजाफा हुआ है।
जब से केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार आई है तब से यहां के नाविकों की स्थिति में काफी इजाफा हुआ है। नाविकों की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। इस बाबत नाविकों ने बताया कि गंगा में तैरता हुआ सीएनजी पंपिंग स्टेशन बनने के बाद नौकाओं का संचालन सहज हुआ है। इसकी वजह से उनकी आय में भी काफी इजाफा हुआ है। बताया कि कुछ वर्षों में उनकी आय में लगभग 10 गुना तक इजाफा हो चुका है।
नाविक सोनू निषाद ने बताया कि मेरे परिवार के पुरखे हाथ से चलाने वाली नाव को गंगा में चलाया करते थे। काशी में लगभग डेढ़ लाख नाविक परिवार के सदस्य इस कार्य पर निर्भर रहते थे। समय के साथ ही स्थितियां और भी दुश्वार होने लगी। लेकिन, कुछ वर्षों में हमारी आय करीब 10 गुना तक सरकार के प्रयासों की वजह से बढ़ चुकी है। इसकी वजह उन्होंने गंगा घाटों पर लगातार स्वच्छता और घाटों पर साफ सफाई अभियान के साथ ही घाटों का पुनर्निमाण और काशी में मंदिरों का जीर्णोद्धार ही वजह बताया। कहा कि कुछ समय पहले यात्रियों की और पर्यटकों की मंदिरों में बढ़ने वाली संख्या की वजह से गंगा के घाटों पर लोगों का आना-जाना खूब बढ़ चुका है।
एक दूसरे नाविक चंदन साहनी बताते हैं कि मैं एक नाव पर पिछले 10 साल से काम कर रहा हूं। सरकार के प्रयासों से यहां पर काफी बदलाव देखने को मिला है। गंगा में आने वाले पर्यटकों के साथ ही नाविकों की संख्या में इजाफा होने लगा है। प्रति व्यक्ति कई नौकाओं का मालिक हो चुका है। इसके अतिरिक्त गंगा में सीएनजी पंप के इंस्टॉलेशन से लोगों को काफी मदद मिली है। इससे आय में इजाफा हुआ है और श्रम भी कम हुआ है। इस बाबत वह बताते हैं कि घाटों की साफ- सफाई और स्वच्छता की वजह से यहां के 84 घाटों पर सीएनजी संचालित नौकाओं का चलना संभव हो सका है। वहीं पर्यटकों के आकर्षण की एक वजह वह घाटों पर चार पहर होने वाली साफ सफाई और पीएम नरेन्द्र मोदी की पहल को देते हैं।