30 करोड़ की लागत से 14 किमी लंबे सोनवल से सिटी और घाट तक जाने वाली नई रेल लाइन के दोहरीकरण का कार्य आरवीएनएल और कार्यदायी संस्था ने शुरू कर दिया है। पिलरों पर गार्डर लांचिग का काम शुरू कर दिया गया है। ताड़ीघाट-मऊ रेलवे लाइन का दोहरीकरण शुरू होने से लोगों में हर्ष है।
मालूम हो कि पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने गोरखपुर में आरवीएनएल के अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देशित किया था कि दोनों तरफ से ट्रेनों के आवागमन को लेकर नई लाइन का दोहरीकरण किया जाए।
इसके बाद से ही निर्मित पिलरों के दूसरे हिस्से पर भी गार्डर लांचिग का काम शुरू कर दिया गया। सब कुछ ठीक रहा तो वर्ष 2023 मार्च तक पहले चरण की परियोजना ट्रायल के लिए पूरी तरह से तैयार हो जायेगी । इस महत्वपूर्ण परियोजना को समय से पूरा करने के लिए अधिकारियों, कार्यदायी संस्थाओं पर दबाव बढता जा रहा है। यह पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है।
मालूम हो कि नई रेल लाईन में कुल 72 पिलर हैं ,जिनमें से 35 पिलरों पर पहले ही गार्डर लांचिग हो चुका है , यही नहीं 24 रेल वायडक पर डैक स्लैब की ढलाई पूरी की जा चुकी है। नई रेल लाइन दो जगहों मेदिनीपुर और सुखदेवपुर के पास हाईवे के ऊपर से गुजरेगी,परियोजना के दायरे में आ रही एक लाख 32 हजार ट्रांसमिशन लाइन के उच्चीकरण के लिए भी काम चल रहा है।
सोनवल व घाट पर नये रेलवे स्टेशन का भी निर्माण तेजी से जारी है ,नई लाइन पर इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए भी ओए ई विद्युत पोल तार लगाने के लिए काम चल रहा है । इस मामले में आरवीएनएल के सीपीएम विकास चंद्रा ने बताया कि परियोजना के दोहरीकरण का काम शुरू हो चुका है ,जिसे जल्द पूरा कर लिया जायेगा।