रेलवे ई-टिकटों का अवैध व्यापार करने वालों के विरुद्ध आरपीएफ के निरीक्षक प्रभारी बाल गंगाधर के नेतृत्व में मंगलवार को अभियान चलाया गया। टीम ने मंगलवार को नगसर बाजार में मोबाइल की दुकान में रेलवे ई-टिकट का अवैध व्यापार करने वाले क्रांति आनलाइन सर्विस सेंटर के संचालक नगसर थाना क्षेत्र के असांव गांव निवासी ज्ञानेंद्र सिंह को पकड़ा। तलाशी के दौरान दुकान से 7506 रुपये मूल्य के 12 आरक्षण टिकट व 500 रुपये मिले। एक डेस्क टाप, सीपीयू, प्रिटर तथा दो सिम वाला एक एंड्राइड मोबाइल भी बरामद किया। रेलवे की संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्त को रेलवे मजिस्ट्रेट डीडीयू के न्यायालय भेज दिया।
आरपीएफ निरीक्षक बाल गंगाधर ने बताया कि नगसर बाजार में क्रांति आनलाइन सर्विस सेंटर के संचालक ज्ञानेंद्र सिंह के मोबाइल की दुकान में रेलवे आरक्षण ई-टिकट का अवैध कारोबार की सूचना पर छापा मारा। दुकान के संचालक ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मैं मोबाइल सर्विस का काम करता हूं। अपने व्यक्तिगत यूजर आइडी का उपयोग कर आरक्षण ई-टिकट बनाता हूं। प्रत्येक टिकट पर टिकट मूल्य से 50-100 रुपये अधिक लेकर यात्रियों को टिकट देता हूं।
टिकट बनाने वाले कंप्यूटर की जांच की गई तो 412 रुपये एक अदद रेलवे आरक्षण का लाइव टिकट, 3314 रुपये के तीन पुराना तत्काल ई-टिकट, 3780 रुपये का आठ पुराना आरक्षण टिकट मिला। दुकान से एक डेस्क टाप, सीपीयू, प्रिटर व दो सिम वाला एंड्राइड मोबाइल भी बरामद हुआ। टीम में उपनिरीक्षक नवीन कुमार, प्रधान आरक्षी प्रमोद कुमार व आरक्षी धर्मराज कुमार रहे।