भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के कार्यकर्ता गुरुवार को भैदपुर के वनवासी बस्ती में पुलिसिया तांडव की न्यायिक जांच व दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ दलित एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करने सहित अन्य मांगों को लेकर रामलीला मैदान में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए। न्याय नहीं मिलने तक धरना प्रदर्शन जारी रहने की चेतावनी दी।
धरना-प्रदर्शन में माले के ब्लाक सचिव मुराली बनवासी ने कहा कि भैदपुर के मजदूरों को पुलिस ने पांडेय मोड़ के पास मारा पीटा। विरोध करने पर बस्ती में जाकर तांडव भी मचाया और झूठा मुकदमा लिख कर 26 को जेल भी भेज दिया। पुलिस के इस अन्याय के खिलाफ माले चुप नहीं बैठेगी। जिला सचिव रामप्यारे ने कहा कि बीते 13 मार्च की घटना को लेकर 15 मार्च को पुलिस अधीक्षक से माले का एक प्रतिनिधिमंडल मिला।
पुलिस अधीक्षक ने एसपी ग्रामीण से मामले की जांच कराकर इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया था। इंसाफ दिलाना तो दूर एसपी ग्रामीण आज तक पीड़ित परिवार से मिलने बस्ती में नहीं गए। जिस कोतवाल और दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त होना चाहिए वे खुलेआम, दहशत का माहौल बना रहे हैं। बेगुनाह जेल भेजे गए गरीबों के बच्चे खाने-खाने को मोहताज हैं। गरीबों को न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन को राज्य समिति सदस्य योगेंद्र भारती, राजेश वनवासी, विजय कुमार वनवासी, चंद्रावती देवी, मंजू गोंड, लालजी बनवासी बुच्चीलाल, विजयी वनवासी, लालू बिद रामनगीना पासी, राम अवध बिद ने संबोधित किया। संचालन जगबली राजभर ने किया।